सिंगापुर इंटरनेशनल आर्बिट्रेशन सेंटर (SIAC) ने इंजन बनाने वाली अमेरिकी कंपनी प्रैट एंड व्हिटनी (Pratt & Whitney) को एयरलाइन कंपनी गो-फर्स्ट (Go First) के लिए हर महीने 5 इंजन देने को कहा है। सेंटर ने अगस्त से दिसंबर की अवधि के लिए यह आदेश जारी किया है। गो-फर्स्ट का ऑपरेशन फिलहाल बंद है। गौरतलब है कि रेवेन्यू में गिरावट और वित्तीय समस्याओं के लिए गो-फर्स्ट ने प्रैट एंड व्हिटनी को जिम्मेदार बताया था।
SIAC ने एयरलाइन के पुराने मैनेजमेंट को यह भी निर्देश दिया कि इस आदेश के पालन में होने वाले खर्च का भुगतान करने को लेकर गो-फर्स्ट के रिजोल्यूशन प्रोफेशनल अंडरटेकिंग दें और एयरलाइन के लिक्विडेशन प्रोसेस में जाने पर बकाया रकम का भुगतान किया जाए। SIAC ने बताया कि यह निर्देश थर्ड पार्टी वाले ऐसे किसी भी इंजन पर लागू नहीं होगा, जो MRO प्रोसेस में हैं।
SIAC ने सभी संबंधित पक्षों को मामले के निपटारे से जुड़ी कार्यवाही के बारे में हर तीन महीने पर अपडेट देने को कहा है। यह कार्यवाही 1 अक्टूबर 2023 से शुरू होगी। सेंटर ने यह भी कहा कि अगर स्थिति में ज्यादा बदलाव होता है, तो संबंधित पक्ष इस आदेश पर फिर से विचार करने के लिए अनुरोध कर सकते हैं।
सिंगापुर इंटरनेशनल आर्बिट्रेशन सेंटर के फैसले पर प्रैट एंड व्हिटनी ने कहा, 'प्रैट एंड व्हिटनी आर्बिट्रेशन से जुड़े अंतरिम फैसले का सम्मान करती है और इस आदेश का पालन करेगी। इस मामले से जुड़ी कार्यवाही के दौरान हम असरदार तरीके से अपना पक्ष रखेंगे, जहां कारोबारी और कानूनी मसलों का निपटारा होगा।'
SIAC ने 30 मार्च को प्रैट एंड व्हिटनी को निर्देश दिया था कि वह 27 अप्रैल 2023 तक गो-फर्स्ट को 10 इंजन मुहैया कराए। साथ ही, बाकी इंजन इस साल के अंत तक मुहैया कराए। गो-फर्स्ट ने फाइलिंग में बताया था कि उसे नॉर्मल तरीके से ऑपरेशन बहाल करने के लिए प्रैट से कम से कम 103 इंजन की जरूरत होगी, जबकि फिलहाल सिर्फ 56 इंजन ही सर्विस के लायक हैं। प्रैट एंड व्हिटनी द्वारा आदेश का पालन नहीं करने पर SIAC ने 15 अप्रैल को दूसरा आदेश जारी करते हुए इस कंपनी को आर्बिट्रेशन सेंटर के आदेश का पालन करने के लिए फिर से कहा था। मौजूदा आदेश SIAC के पिछले आदेश की जगह लेगा।