IndiaMART InterMESH: जून तिमाही में इंडियामार्ट इंटरमेश सिर्फ 1,500 सब्सक्राइबर्स को जोड़ पाई, जो बाजार के अनुमानों से कम है। दूसरी तरफ, इस दौरान कंपनी का मार्जिन पिछली 10 तिमाहियों में सबसे ज्यादा रहा। अप्रैल-जून तिमाही में कंपनी का इबिट्डा मार्जिन बढ़कर 36.1 पर्सेंट हो गया, जबकि पिछले साल की इसी तिमाही में यह आंकड़ा 27.4 पर्सेंट था।
संबंधित अवधि में कंपनी का रेवेन्यू सालाना आधार पर 17.4 पर्सेंट की बढ़ोतरी के साथ 331.3 करोड़ रुपये रहा, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में यह आंकड़ा 282.1 करोड़ रुपये था। इस दौरान कंपनी का नेट प्रॉफिट भी बढ़कर 114 करोड़ रुपये हो गया, जबकि पिछले साल इसी तिमाही में यह आंकड़ा 83.1 करोड़ रुपये था। मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही में कंपनी का इबिट्डा सालाना 55% की बढ़ोतरी के साथ 119 करोड़ रुपये रहा।
संबंधित अवधि में इंडियामार्ट में यूनीक बिजनेस एनक्वायरी रजिस्ट्रेशन की संख्या 2.5 करोड़ रही, इसमें पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले 15% की ग्रोथ देखने को मिली। इस दौरान सप्लायर स्टोरफ्रेंट की संख्या भी सालाना आधार पर 5 पर्सेंट बढ़कर 80 लाख हो गई। साथ ही, कंपनी का इबिट्डा सालाना आधार पर 55 पर्सेंट बढ़कर 119 करोड़ रुपये हो गया।
संबंधित तिमाही में ग्राहकों से कलेक्शन 14% बढ़कर 366 करोड़ रुपये हो गया। इसके अलावा, कंपनी का डेफर्ड रेवेन्यू सालाना आधार पर 23 पर्सेंट बढ़कर 1,474 करोड़ रुपये हो गया, जिसमें 1,421 करोड़ रुपये का स्टैंडअलोन डेफर्ड रेवेन्यू भी शामिल हैं। नतीजों के ऐलान के बाद इंडियमार्ट इंटरमेश का शेयर 4.8% ऊपर 3,194.7 रुपये पर बंद हुआ। इस साल कंपनी का शेयर 17% ऊपर भाग चुका है।