आईटी सेक्टर की प्रमुख कंपनी इंफोसिस (Infosys) ने डेनमार्क के Danske Bank के साथ 45.4 करोड़ डॉलर की डील की है। इंफोसिस के पास इस बैंक के डिजिटल सिस्टम में बदलाव करने की जिम्मेदारी होगी। आईटी सेक्टर में स्लोडाउन की खबरों के बीच कंपनी के लिए यह बड़ी डील है। यह डील पांच साल के लिए होगी और इसकी रकम बढ़कर 90 करोड़ डॉलर तक हो सकती है।
कंपनी ने एक्सचेजों को बताया कि इस डील को तीन साल के लिए रिन्यू भी किया जा सकता है।
इंफोसिस के CEO सलिल पारेख ने बताया, 'Danske Bank के साथ मिलकर इंफोसिस उसके कोर बिजनेस के लिए डिजिटल, क्लाउड और डेटा संबंधी क्षमताओं को बेहतर बनाएगी। इससे बैंक को आर्टिफिशिल इंटेलिजेंस ( Al) की एडवांस तकनीक का इस्तेमाल कर अपने ग्राहकों के लिए बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने में मदद मिलेगी। इंफोसिस की प्रतिद्वंद्वी कंपनी TCS ने भी कुछ दिनों पहले ब्रिटिश इकाई NEST के साथ 1.1अरब डॉलर की डील का ऐलान किया था।
इंफोसिस ने मई में BP से 1.5 अरब डॉलर का कॉन्ट्रैक्ट हासिल किया था, जो कंपनी के लिए 2020 के बाद की सबसे बड़ी डील है। Danske Bank के बयान में कहा गया है कि इंफोसिस के साथ समझौते से बैंक को अपने ग्राहक अनुभव और ऑपरेशन संबंधी परफॉर्मेंस को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी। बयान के मुताबिक, इंफोसिस को बैंक की टेक्नोलॉजी से जुड़े बदलाव पर काम करने के लिए चुना गया है।
इंफोसिस को डील की औपचारिकताएं फाइनेंशियल ईयर 2024 तक पूरी हो जाने की उम्मीद है। Danske Bank के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर (COO) Frans Woelders ने कहा, 'डिजिटल दौर में हमारा लक्ष्य अग्रणी बैंक के तौर पर भूमिका निभाना है और इसके लिए डिजिटलाइजेशन और टेक्नोलॉजी में निवेश किया जा रहा है। हमारी बुनियाद मजबूत है और हम डिजिटल और टेक्नोलॉजी संबंधी बदलाव को और तेज करना चाहते हैं।' BSE में सोमवार को 10.17 बजे कंपनी के शेयर 0.22 पर्सेंट की बढ़ोतरी के साथ 1,268.40 रुपये पर कारोबार कर रहे थे।