LG Electronics IPO: एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स अपने भारतीय कारोबार के लिए आईपीओ लाने पर विचार कर रही है। इसकी कोशिश तेजी से बढ़ते शेयर बाजार का लाभ उठाने की है ताकि वर्ष 2030 तक 7500 करोड़ डॉलर के इलेक्ट्रॉनिक्स रेवेन्यू का लक्ष्य हासिल किया जा सके। आईपीओ की योजना का खुलासा खुद कंपनी के सीईओ विलियम चो ने किया। पहली बार उन्होंने भारतीय मार्केट में इसकी लिस्टिंग को लेकर चर्चा की। यह दक्षिण कोरिया की कंपनी है और सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स से इसकी मार्केट में कड़ी टक्कर होती है। विलियम करीब तीन दशकों तक एलजी ग्रुप में काम करने के बाद करीब तीन साल पहले 2021 में इसके सीईओ बने थे।
LG Electronics IPO पर क्यों हो रही बात?
विलियम का लक्ष्य वर्ष 2030 तक एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स का सालाना रेवेन्यू 100 ट्रिलियन वॉन यानी 7500 करोड़ डॉलर पर ले जाने का है। पिछले साल 2023 में ओवरऑल कंपनी का रेवेन्यू 6500 करोड़ डॉलर था। अब कंपनी ने जो बड़ा लक्ष्य तय किया है, उसके लिए कंपनी की कोशिश एंटरप्राइज क्लाइंट्स से रेवेन्यू बढ़ाने की है और सेल्स में उनकी हिस्सेदारी 45 फीसदी तक ले जाने की है। अभी यह 35 फीसदी पर है। विलियम ने कहा कि इसे लेकर कई विकल्पों पर गौर किया जा रहा है। इसमें से एक तो ये है कि वैश्विक निवेशकों की दिलचस्पी बढ़ती जा रही है और इसे भुनाने के लिए आईपीओ पर विचार किया जा रहा है। हालांकि ब्लूमबबर्ग टेलीविजन से बातचीत में उन्होंने स्पष्ट किया कि अभी तक कुछ तय नहीं हुआ है। विलियम ने कहा कि आईपीओ को लेकर भारतीय मार्केट में क्या चल रहा है, इस पर नजर रखी जा रही है। हालांकि अभी तक कंपनी ने भारतीय इकाई के वैल्यूएशन पर काम नहीं किया है।
भारत में कैसी है एलजी की कारोबारी सेहत
एलजी का कारोबार भारत में तेजी से आगे बढ़ रहा है। इस 2024 की पहली छमाही में इसका रेवेन्यू 14 फीसदी उछलकर 2.87 लाख करोड़ वॉन (दक्षिण कोरियाई करेंसी) के रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गया और नेट इनकम भी 27 फीसदी उछलकर 19820 करोड़ वॉन पर पहुंच गया।