देश की सबसे बड़ी इंश्योरेंस कंपनी एलआईसी की ग्रोथ सुस्त पड़ गई है। कंपनी की ग्रोथ में तब बड़ी गिरावट आई है, जब कंपनी आईपीओ से पैसे जुटाने जा रही है। बीमा क्षेत्र के नियामक IRDAI के आंकड़ों से यह जानकारी मिली है। उधर, प्राइवेट इंश्योरेंस कंपनियों की ग्रोथ में उछाल है। एलआईसी ने आईपीओ से 60-80 हजार करोड़ रुपये जुटाने का प्लान बनाया है। आईपीओ के बाद यह देश की सबसे बड़ी कंपनियों की लिस्ट में आ जाएगी।
वित्त वर्ष 2021-22 के पहले 11 महीनों में एलआईसी के नए बिजनेस प्रीमियम की ग्रोथ 0.24 फीसदी रही। इस दौरान कंपनी ने 1.56 लाख करोड़ रुपये का नया बिजनेस प्रीमियम हासिल किया। इसके मुकाबले प्राइवेट इंश्योरेंस की नए बिजनेस प्रीमियम की ग्रोथ 24.7 फीसदी रही। उनका कुल नया बिजनेस प्रीमयम इस दौरान 98,213 करोड़ रुपये रहा।
इस वित्त वर्ष में अब तक सबसे बड़ी पांच प्राइवेट लाइफ इंश्योरेंस कंपनियों की न्यू बिजनेस प्रीमियम ग्रोथ एलआईसी के मुकाबले ज्यादा रही। सबसे बड़ी पांच प्राइवेट लाइफ इंश्योरेंस कंपनियों में SBI Life, ICICI Prudential Life, Max Life Insurance और HDFC Life Insurance शामिल हैं। एसबीआई लाइफ ने 25 फीसदी ग्रोथ के साथ 22,613 करोड़ रुपये का नया बिजनेस प्रीमियम हासिल किया।
आईसीआईसीआई प्रू लाइफ ने 18 फीसदी ग्रोथ के साथ 12,844 करोड़ रुपये का नया बिजनेस प्रीमियम हासिल किया। मैक्स लाइफ इंश्योरेंस ने 16 फीसदी ग्रोथ के साथ 6,510 करोड़ रुपये का नया बिजनेस प्रीमियम हासिल किया। एचडीएफसी लाइफ का नया बिजनेस प्रीमियम 22.52 फीसदी ग्रोथ के साथ 21,136 करोड़ रुपये रहा।
सरकार एलआईसी में अपनी 5 फीसदी हिस्सेदारी बेचने जा रही है। एलआईसी को अपना प्रॉफिट बढ़ाने के लिए नए बिजनेस प्रीमियम में अच्छी ग्रोथ की दरकार है। इससे कंपनी के आईपीओ में इनवेस्टर्स की दिलचस्पी बढ़ेगी। हालांकि, एक्सपर्ट्स का कहना है कि एलआईसी के आईपीओ को इनवेस्टर्स का अच्छा रिस्पॉन्स मिलने की उम्मीद है।
इस वित्त वर्ष की मार्च तिमाही में एलआईसी बिजनेस ग्रोथ के मामले में बहुत ज्यादा पिछड़ गई। जनवरी-फरवरी के दौरान कंपनी का नया बिजनेस प्रीमियम 30,425 करोड़ रुपये रहा। दिसंबर तिमाही में नया बिजनेस प्रीमियम 40,902 करोड़ रुपये था। सितंबर तिमाही में नया बिजनेस प्रीमिय 49,512 करोड़ रुपये था। जून तिमाही में यह आंकड़ा 35,601 करोड़ रुपये था।