SpiceJet ने अपने पायलट्स को दिवाली गिफ्ट दिया है। अब कैप्टन की सैलरी हर महीने 7 लाख रुपये होगी। इस दौरान उन्हें 80 घंटे फ्लाई करना होगा। बढ़ी हुई सैलरी नवंबर से लागू हो जाएगी। सस्ती हवाई सेवाएं देने वाली एयरलाइन ने 19 अक्टूबर (बुधवार) को इसका ऐलान किया।
स्पाइसजेट ने कहा है कि वह मंथली बेसिस पर पायलट की सैलरी रिवाइज कर रही है। अक्टूबर के लिए कैप्टन की सैलरी 22 फीसदी तक बढ़ाई गई है। अगस्त के मुकाबले सितंबर की ट्रेनर्स की सैलरी 10 फीसदी तक और कैपटन और फर्स्ट ऑफिसर्स की 8 फीसदी ज्यादा थी।
कंपनी ने बताया है कि ट्रेनर्स और सीनियर फर्स्ट ऑफिसर्स की सैलरी भी बढ़ाई गई है। DGCA की तरफ से 19 अक्टूबर को जारी डेटा के मुताबिक, मार्केट शेयर के हिसाब से स्पाइसजेट सितंबर में पांचवें नंबर पर रही। सितंबर में इसकी बाजार हिस्सेदारी घटकर 7.3 फीसदी पर आ गई। यह अगस्त में 7.9 फीसदी थी। सितंबर में 7.53 लाख यात्रियों ने स्पाइसेजट की उड़ान सेवाओं का इस्तेमाल किया।
IndiGo इंडिया की सबसे बड़ी एयरलाइन कंपनी बनी हुई है। उसकी बाजार हिस्सेदारी 57.7 फीसदी रही। सितंबर में 59.72 लाख यात्रियों ने इंडिगो की हवाई सेवाओं का इस्तेमाल किया। सितंबर में हवाई यात्रियों की संख्या साल दर साल आधार पर 46.5 फीसदी बढ़कर 103.55 लाख पहुंच गई।अगस्त में यह संख्या 101.16 लाख थी।
इससे पहले मनीकंट्रोल ने खबर दी थी कि स्पाइसजेट ने 22 सितंबर को कैप्टन और सीनियर फर्स्ट ऑफिसर्स की सैलरी 20 फीसदी बढ़ाने का ऐलान किया था। यह वृद्धि अक्टूबर से लागू है। इमर्जेंसी क्रेडिट लाइन गारंटी स्कीम (ECLGS) के तहत स्पाइसेजट को पहला पेमेंट मिल गया है। कंपनी को दूसरा पेमेंट जल्द मिलने की उम्मीद है। स्पाइसजेट सभी एंप्लॉयीज के टैक्स डिडक्टेड एट सोर्स (TDS) का पेमेंट अगले 2-3 हफ्ते में कर देगी। एंप्लॉयीज के ईपीएफ के पैसे भी जल्द जमा कर दिए जाएंगे।
स्पाइसजेट ने सैलरी बढ़ाने का फैसला अपने उस फैसले के कुछ ही दिन बाद लिया है, जिसमें उसने अपने 80 पायलट्स को तीन महीने के लिए छुट्टी पर जाने का आदेश दिया था। इस दौरान उन्हें कोई सैलरी कंपनी नहीं देगी। कंपनी ने यह फैसला कॉस्ट घटाने के लिए लिया था।
DGCA ने स्पाइसजेट को क्षमता की सिर्फ 50 फीसदी सेवाएं देने के आदेश को 29 सितंबर तक बढ़ा दिया है। स्पाइसजेट ने दावा किया था कि पायलट्स को छुट्टी पर जाने के बाद भी उसके बाद शिड्यूल के मुताबिक अपनी सेवाएं जारी रखने के लिए पर्याप्त पायलट्स हैं। इनका इस्तेमाल डीजीसीए के प्रतिबंध हटाने के बाद किया जाएगा।