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Tata Steel में होगा Tata Group की सात मेटल कंपनियों का विलय, जानिए क्या होगा Share Swap रेशियो

इंडिपेंडेंट डायरेक्टर्स की कमेटी और ऑडिट कमेटी ने टाटा स्टील में सात मेटल कंपनियों के विलय की सिफारिश की थी। टाटा स्टील के बोर्ड ने इस सिफारिश पर विचार करने के बाद विलय प्रस्ताव को मंजूरी दे दी

अपडेटेड Sep 23, 2022 पर 10:28 AM
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इस विलय के लिए शेयरों के एक्सचेंज रेशियो भी तय कर दिए गए हैं। इस विलय का मकसद टाटा ग्रुप के होल्डिंग स्ट्रक्चर को आसान बनाना है।
     
     
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    Tata Group की सात मेटल कंपनियों का विलय Tata Steel में होगा। टाटा स्टील के बोर्ड ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। जिन कंपनियों का विलय होगा उनमें-Tata Steel Long Products, The Tinplate Company of India, Tata Metaliks, TRF Limited, Indian Steel & Wire Products, Tata Steel Mining और S&T Mining Company शामिल हैं।

    इंडिपेंडेंट डायरेक्टर्स की कमेटी और ऑडिट कमेटी ने टाटा स्टील में सात मेटल कंपनियों के विलय की सिफारिश की थी। टाटा स्टील के बोर्ड ने इस सिफारिश पर विचार करने के बाद विलय प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। टाटा ग्रुप की प्रेस रिलीज में कहा गया है कि शेयरहोल्डर्स की वैल्यू को अनलॉक करने के मौके के लिए मर्ज्ड एंटिटी के रिसोर्सेज को पूल किया गया है।

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    इस विलय के लिए शेयरों के एक्सचेंज रेशियो भी तय कर दिए गए हैं। इस विलय का मकसद टाटा ग्रुप के होल्डिंग स्ट्रक्चर को आसान बनाना है। 2019 के बाद से टाटा स्टील ने एसोसिएटेड एंटिटीज की संख्या में 116 की कमी की है। 72 सब्सिडियरीज का वजूद खत्म हो गया है। 20 एसोसिएट्स और जेवी को बंद कर दिया गया है और 24 कंपनियों के लिक्विडेशन का प्रोसेस चल रहा है।

    विलय की हर स्कीम को अब रेगुलेटरी एप्रूवल प्रोसेस से गुजरना होगा। विलय के लिए स्टॉक एक्सचेंजों और NCLT का एप्रूवल भी जरूरी होगा। इस विलय के बाद टाटा स्टील ग्रुप के मेटल कारोबार पर फोकस कर सकेगी। इससे ग्रोथ बढ़ेगी और ऑपरेशनल एफिशियंसी में भी सुधार होगा। ग्रुप के मेटल कारोबार में सिनर्जी बढ़ेगी।

    टाटा समूह ने कहा है कि इस विलय से रिसोर्सेज का अधिकतम इस्तेमाल हो सकेगा। एक ही तरह के कई कंप्लायंस रिक्वायरमेंट की भी जरूरत नहीं पड़ेगी। साथ ही एडमिनिस्ट्रेटिव एक्सपेंसेज में भी कमी आएगी।

    टाटा स्टील के बोर्ड ने प्रस्तावित विलय के लिए पांच मेटल कंपनियों के शेयर स्वैप रेशियो को मंजूरी दी है। इसके मुताबिक, टाटा स्टील लॉन्ग प्रोडक्ट्स के हर 10 शेयर के बदले शेयरधारकों को टाटा स्टील के 67 शेयर मिलेंगे।

    द टिनप्लेट कंपनी ऑफ इंडिया के हर 10 शेयर के बदले शेयरधारकों को टाटा स्टील के 33 शेयर मिलेंगे। टाटा मेटालिक्स के हर 10 शेयरों के बदले शेयरधारकों को टाटा स्टील के 79 शेयर मिलेंगे। टीआरएफ के हर 10 शेयरों के बदले शेयरधारक को टाटा स्टील के 17 शेयर मिलेंगे।

    इस विलय की खबर के बाद टाटा स्टील के शेयरों में 23 सितंबर (शुक्रवार) को तेजी दिखी। विलय होने वाली कुछ कंपनियो के शेयरों पर दबाव देखने को मिला। टाटा स्टील लॉन्ग प्रोडक्ट्स का शेयर 8 फीसदी से ज्यादा गिरकर 688 रुपये पर चल रहा था।

    टिनप्लेट कंपनी ऑफ इंडिया का शेयर 6 फीसदी लुढ़क कर 318 रुपये पर चल रहा था। टाटा मेटालिक्स का शेयर 3 फीसदी गिरकर 778 रुपये पर चल रहा था। टीआरएफ का शेयर 5 फीसदी की कमजोरी के साथ 356 रुपये पर था।

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