देशभर में 16 जनवरी से कोरोना टीकारकरण (Covid-19 vaccination) अभियान शुरु हो जाएगा। इसका फैसला देश में कोरोना महामारी की वर्तमान स्थिति और टीकाकरण के मद्देनजर राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों की तैयारियों का जायजा लेने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा एक उच्च स्तरीय बैठक में किया गया। प्रधानमंत्री ने इस टीकाकरण अभियान को विश्व का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान बताया। टीकाकरण के पहले चरण में करीब तीन करोड़ स्वास्थ्य कर्मियों एवं फ्रंटलाइन वर्कर्स को प्राथमिकता दी जाएगी।
इस बीच, न्यूज एजेंसी Reuters ने सरकारी सूत्रों के हवाले से जानकारी दी है कि केंद्र सरकार, सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (Serum Institute of India) से ऑक्सफोर्ड-एस्ट्रोजेनेका (Oxford-AstraZeneca) की कोरोना वैक्सीन कोविशील्ड (Covishield) की कीमम कम करने को लेकर बातचीत कर रही है। एजेंसी के मुताबिक, सरकार चाहती है कि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया अपनी कोरोना वैक्सीन की कीमत कम करे। जिससे इसे जल्द से जल्द लोगों तक आसानी से मुहैया कराया जा सके।
सीरम कंपनी के CEO अदार पूनावाला (Adar Poonawalla) ने पिछले साल नवंबर में CNBC-TV18 चैनल को बताया था कि भारत में Covishield वैक्सीन की खुदरा बाजार में कीमत प्रति डोज 1000 रुपये (13.55 डॉलर) रखी जाएगी, जबकि सरकार को ये प्रति डोज लगभग 250 रुपये (3.40 डॉलर) में मुहैया कराई जाएगी। एजेंसी के मुताबिक, अब सरकार कोशिश कर रही है कि सीरम की वैक्सीन की कीमत को और कम करवाया जाए। सरकारी सूत्रों का कहना है कि 1.3 अरब जनसंख्या वाले देश में टीकाकरण एक बड़ी चुनौती है और ऐसे में एक-एक रुपये की कीमत है।
जानकारी के मुताबिक, केंद्र सरकार के वरिष्ठ अधिकारी सौदे की शर्तों पर हफ्तों से सीरम के साथ बातचीत कर रहे हैं। सरकार चाहती है कि कोरोना वैक्सीन की कीमत 3 डॉलर से नीचे लाई जाए। बता दें कि भारत में एक साथ दो-दो वैक्सीन को इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी दी गई है। ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (Drugs Controller General of India, DCGI) ने देश में भारत बायोटेक की कोरोना वायरस वैक्सीन (Coronavirus Vaccine) कोवैक्सीन (Covaxin) और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की वैक्सीन कोविशील्ड (Covishield) को इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए मंजूरी दी है।
इसके बाद सरकार ने बीते दिनों कोरोना टीकाकरण की तारीख ऐलान करते हुए बताया कि देश में कोरोना के खिलाफ टीकाकरण 16 जनवरी से शुरू किया जाएगा। बयान में कहा गया कि करीब तीन करोड़ स्वास्थ्य कर्मियों एवं फ्रंटलाइन वर्कर्स के बाद 50 वर्ष से अधिक आयु के करीब 27 करोड़ व्यक्तियों और अन्य बीमारियों से ग्रसित 50 वर्ष से कम आयु के व्यक्तियों का टीकाकरण किया जाएगा। स्वास्थ्य मंत्रालय के गाइडलाइंस के मुताबिक 50 वर्ष की आयु की पहचान के लिए लोकसभा और राज्य विधानसभा चुनावों की मतदाता सूची का इस्तेमाल किया जाएगा।
सोशल मीडिया अपडेट्स के लिए हमें Facebook (https://www.facebook.com/moneycontrolhindi/) और Twitter (https://twitter.com/MoneycontrolH) पर फॉलो करें।
