महाराष्ट्र में 15 दिनों के लिए लॉकडाउन बढ़ा दिया गया है। राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने रविवार को लोगों को चेतावनी दी कि कुछ जिलों में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं और लोगों के लापरवाही करने से हालात बिगड़ सकते हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर आने की आशंका है और इसे रोकना लोगों के व्यवहार पर निर्भर करेगा।
ठाकरे ने समाज के विभिन्न वर्गों को राहत देने की योजना भी पेश की। उनका कहना था, "राज्य में कोरोना के मामले अभी भी अधिक हैं। इनकी संख्या पहली लहर के उच्च स्तर के करीब है। पहली लहर की तुलना में मृत्यु दर कम हुई है।"
उन्होंने बताया, "महाराष्ट्र में कुछ जिलों में कोरोना के मामलों की संख्या अधिक बनी हुई है, विशेषतौर पर ग्रामीण क्षेत्रों में। हमें इस पर नियंत्रण करने की जरूरत है।"
उन्होंने ऑक्सिजन के बारे में कहा कि राज्य में ऑक्सिजन के प्रोडक्शन की मौजूदा क्षमता की तुलना में इसकी जरूरत कहीं अधिक है। ऑक्सिजन प्रोडक्शन की क्षमता बढ़ाकर लगभग 13,000 MT की गई है लेकिन इसकी प्रति दिन की जरूरत बढ़कर 17,000 MT हो गई है।
महाराष्ट्र में रविवार को कोरोना के 18,600 नए मामले मिले। यह मार्च के मध्य से एक दिन में इनकी सबसे कम संख्या है। राज्य में इस बीमारी के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 57,31,815 हो गई है।
रविवार को राज्य में कुल 22,532 मरीजों को हॉस्पिटल से डिस्चार्ज किया गया। इसके साथ ही इस बीमारी से ठीक होने वालों की संख्या 53,62,370 हो गई। राज्य में रिकवरी की दर अब 93.55 प्रतिशत है।
मुंबई में रविवार को कोरोना के 1,062 नए मामले मिले और 22 लोगों की इस बीमारी से मृत्यु हुई।
महाराष्ट्र में कोरोना की दूसरी लहर से मार्च और अप्रैल में भारी तबाही हुई थी। इसके बाद राज्य सरकार की ओर से उठाए गए कदमों से स्थिति में काफी सुधार हुआ है।