गर्मियों में जब बाजार में मीठी-मीठी लीची नजर आती है तो हर किसी का दिल मचल जाता है। छोटे-बड़े सभी इसे बड़े चाव से खाते हैं। लेकिन डायबिटीज के मरीजों के लिए लीची अक्सर उलझन बन जाती है। मीठे स्वाद के कारण कई लोग इसे खाने से डरते हैं तो कुछ लोग बिना सोचे-समझे खा भी लेते हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या डायबिटीज में लीची खाना सेहत के लिए फायदेमंद है या नुकसानदायक? सच ये है कि लीची एक पौष्टिक फल है, लेकिन डायबिटीज में इसे कैसे और कितनी मात्रा में खाना चाहिए, ये जानना बहुत जरूरी है।
गलत तरीके से खाई गई लीची नुकसान कर सकती है। इसलिए जरूरी है कि आप लीची से जुड़ी सही जानकारी लें ताकि मीठे स्वाद का मजा भी लें और सेहत पर कोई असर न पड़े। चलिए जानते हैं लीची के सही सेवन का तरीका!
लीची में क्या-क्या मिलता है?
लीची खाने में जितनी मीठी है, उतनी ही पोषक तत्वों से भरपूर भी है। इसमें विटामिन C, पोटैशियम, कॉपर और एंटीऑक्सीडेंट्स अच्छी मात्रा में होते हैं। ये शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते हैं और स्किन को भी हेल्दी रखते हैं। लेकिन ध्यान रहे, इसमें नेचुरल शुगर भी ज्यादा होती है।
डायबिटीज के मरीज खा सकते हैं लीची?
अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं, तो घबराइए मत। आप लीची खा सकते हैं लेकिन लिमिट में। एक्सपर्ट्स मानते हैं कि दिन में 2 से 3 लीची खा सकते हैं, वो भी डॉक्टर की सलाह से। ज्यादा लीची खाने से ब्लड शुगर तेजी से बढ़ सकता है, क्योंकि इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स ज्यादा होता है।
लीची के फायदे भी हैं कमाल के!
अगर सही मात्रा में खाई जाए तो लीची में मौजूद फाइबर ब्लड शुगर को तेजी से बढ़ने नहीं देता। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर में सूजन कम करते हैं और कोशिकाओं को फ्री-रेडिकल्स से बचाते हैं। मतलब, लिमिट में लीची डायबिटीज वालों के लिए भी फायदेमंद हो सकती है।
ज्यादा लीची खाने के नुकसान
अगर आपका ब्लड शुगर पहले से हाई रहता है तो लीची से दूरी बनाकर रखें। ज्यादा लीची खाने से हाइपरग्लाइसेमिया हो सकता है। खासकर खाली पेट लीची खाना सही नहीं, इससे अचानक शुगर स्पाइक हो सकता है जो खतरनाक साबित हो सकता है।
लीची खाने का सही तरीका क्या है?
डॉक्टर सलाह देते हैं कि लीची को अकेले न खाएं। इसे हमेशा बादाम या लो-ग्लाइसेमिक इंडेक्स फूड्स के साथ खाएं। दिन में 3 से ज्यादा लीची न खाएं और रात को या खाली पेट भूलकर भी न खाएं। लीची खाने के बाद ब्लड शुगर चेक करना न भूलें।
डिस्क्लेमर: यह लेख सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।