मानसून में जहां मौसम सुहाना होता है, वहीं यह कई तरह की बीमारियों को भी साथ लाता है, खासकर फूड पॉइजनिंग जैसी समस्याएं। ज्यादा नमी और गर्मी के कारण खाना जल्दी खराब हो जाता है और बैक्टीरिया तेजी से पनपते हैं। ऐसे में सावधानी बरतना बेहद जरूरी है।
मानसून में जहां मौसम सुहाना होता है, वहीं यह कई तरह की बीमारियों को भी साथ लाता है, खासकर फूड पॉइजनिंग जैसी समस्याएं। ज्यादा नमी और गर्मी के कारण खाना जल्दी खराब हो जाता है और बैक्टीरिया तेजी से पनपते हैं। ऐसे में सावधानी बरतना बेहद जरूरी है।
डॉक्टरों और हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो बारिश के मौसम में सड़क किनारे का खाना खाने से बचना चाहिए क्योंकि खुले में रखे खाने में बैक्टीरिया और गंदगी आसानी से प्रवेश कर जाते हैं। ताजा और घर का बना खाना ही इस मौसम में सुरक्षित विकल्प होता है।
इसके अलावा, फ्रिज में रखे बचे हुए खाने को बार-बार गर्म करके नहीं खाना चाहिए। उबला हुआ पानी पीना और हाथों की सफाई बनाए रखना फूडबॉर्न इंफेक्शन से बचाता है। साथ ही, फल और सब्जियों को अच्छे से धोकर ही सेवन करें।
बाजार में मिलने वाली कट फ्रूट्स या खुला जूस से भी परहेज करना चाहिए क्योंकि उनमें बैक्टीरिया की संभावना ज्यादा होती है। भोजन को ढक कर रखना, समय पर खाना और ज्यादा देर तक रखा हुआ खाना न खाना भी फूड पॉइजनिंग से बचाने में मदद करता है।
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