Homemade Curd : गर्मी के मौसम में लोगों के खाने में दही अपने आप ही शामिल हो जाती है। गर्मी के इस मौसम में दोपहर में दही के बिना कुछ लोगों को लंच करना तक अधूरा लगता है। मार्केट से दही खरीदकर लाना, बहुत ही कॉमन बात है। लेकिन ज्यादातर लोग घर पर ही जमी दही खाना पसंद करते हैं। करीना कपूर खान, आलिया भट्ट और वरुण धवन जैसे बॉलीवुड सितारों को फिट और हेल्दी रहने में मदद करने वाली सेलिब्रिटी न्यूट्रिशनिस्ट रुजुता दिवेकर ने हाल ही में इंस्टाग्राम पर दही को लेकर एक खास पोस्ट किया।
इस पोस्ट में उन्होंने बताया कि, घर पर बना दही कितना असरदार है, यह जांचा जा सकता है। उन्होंने इसे "चम्मच टेस्ट" कहा है। साथ ही, रुजुता ने स्वादिष्ट और गाढ़ा दही जमाने की आसान सी रेसिपी भी दी है, जिसे कोई भी घर पर आज़मा सकता है।
घर पर दही जमाने का आसान तरीका
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, दही की गुणवत्ता जांचने के लिए 'स्पून टेस्ट' एक आसान और असरदार तरीका है। इस परीक्षण में आपको दही का एक चम्मच लेकर उसे स्कूप करना होता है। अगर दही चम्मच में अपना आकार बनाए रखे और ठोस दिखाई दे, तो यह बताता है कि दही अच्छी तरह से जमा है और उसकी फर्मेंटेशन प्रोसेस ठीक से हुई है। लेकिन अगर दही टूट जाए या पानी जैसा लगने लगे, तो इसका मतलब है कि दही में फर्मेंटेशन ठीक से नहीं हुआ है या उसमें सूक्ष्मजीवों का संतुलन गड़बड़ हो गया है। इस तरह से आप घर पर ही जान सकते हैं कि आपका दही सही तरीके से जमा है या नहीं।
सही फर्मेंटेशन प्रोसेस का लगाए पता
बता दें कि दही लैक्टिक एसिड बैक्टीरिया की मदद से दूध के फर्मेंटेशन से बनता है। सही फर्मेंटेशन प्रोसेस के दौरान ये बैक्टीरिया लैक्टिक एसिड बनाते हैं, जो दूध के प्रोटीन को जमा देता है और उसे जेल जैसी ठोस बनावट देता है। अच्छी तरह से जमा हुआ दही अधिकतर मामलों में ज़िंदा प्रोबायोटिक बैक्टीरिया से भरपूर होता है, जो पाचन और आंत की सेहत के लिए बहुत फायदेमंद हैं। इसके उलट, अगर दही ढंग से नहीं जमा या बहता हुआ हो, तो यह संकेत हो सकता है कि उसमें ज़रूरी बैक्टीरिया नहीं हैं। ऐसा आमतौर पर गलत तापमान या फर्मेंटेशन प्रोसेस की गड़बड़ी की वजह से होता है, जिससे उसमें बैक्टीरिया की संख्या कम हो जाती है।
दही को डाइट में शामिल करने के फायदे
दही को रोज़ के खाने में शामिल करना सेहत के लिए कई तरह से फायदेमंद हो सकता है। डाइट एक्सपर्ट्स के मुताबिक, खासकर दोपहर के भोजन के बाद दही खाना पाचन और आंत की सेहत के लिए अच्छा होता है। उन्होंने बताया कि दही में मौजूद प्रोबायोटिक बैक्टीरिया, जैसे लैक्टोबैसिलस और बिफिडोबैक्टीरियम, आंत में अच्छे बैक्टीरिया की संख्या बढ़ाते हैं। ये बैक्टीरिया हानिकारक बैक्टीरिया जैसे एंटरोबैक्टीरिया और स्टैफिलोकोकस को दबाने में मदद करते हैं। साथ ही, दही में मौजूद लैक्टिक एसिड बैक्टीरिया आंत की इम्यूनिटी सिस्टम को मजबूत करते हैं, सूजन कम करते हैं और शरीर में शॉर्ट-चेन फैटी एसिड का उत्पादन बढ़ाते हैं, जो बड़ी आंत (कोलन) की सेहत के लिए बहुत ज़रूरी होता है।