आज की भागदौड़ और खराब लाइफस्टाइल ने हमारी सेहत पर कई तरह के खतरे मंडरा दिए हैं। देर तक बैठकर काम करना, एक्सरसाइज न करना, जंक फूड खाना और धूम्रपान जैसी आदतें धीरे-धीरे शरीर के अंदर गंभीर बीमारियों को जन्म देती हैं। किडनी इन्हीं में से एक अहम अंग है, जो सबसे ज्यादा असर झेलती है। अगर आपके पेशाब में खून आने लगे या बिना किसी कारण के आपका वजन कम होने लगे तो ये सिर्फ थकावट या सामान्य कमजोरी नहीं, बल्कि किडनी में कैंसर जैसे खतरनाक रोग का संकेत हो सकता है।
विशेषज्ञों का कहना है कि आजकल गलत दिनचर्या और बढ़ते प्रदूषण के चलते किडनी से जुड़ी बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं और पहले जहां ये समस्या सिर्फ बुजुर्गों में दिखती थी, अब युवा भी इसकी चपेट में आ रहे हैं। ऐसे में जरूरी है कि लाइफस्टाइल में सुधार और समय पर जांच से इस बीमारी से बचा जाए।
किडनी शरीर को स्वस्थ रखने में अहम भूमिका निभाती है। ये खून को साफ रखने, शरीर से विषाक्त पदार्थ बाहर निकालने और ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने का काम करती है। जब किडनी की कोशिकाएं बिना कंट्रोल के बढ़ने लगती हैं तो ये कैंसर का रूप ले सकती हैं। पेशाब में खून आना, कमर में दर्द या भारीपन महसूस होना, जल्दी थकान होना और बिना कारण वजन घटना इसके शुरुआती लक्षण हैं।
किन लोगों को रखना चाहिए ज्यादा ध्यान
अगर परिवार में किसी को पहले किडनी की बीमारी या कैंसर रहा हो, या व्यक्ति धूम्रपान करता हो तो ऐसे लोगों को साल में कम से कम एक बार अल्ट्रासाउंड जरूर कराना चाहिए। साथ ही हाई बीपी और मोटापा भी खतरे को बढ़ा देते हैं।
बच्चों में भी हो सकता है किडनी कैंसर
बच्चों में विल्म्स ट्यूमर नामक किडनी कैंसर पाया जाता है। बच्चों के पेट में कोई गांठ या सूजन नजर आए तो तुरंत डॉक्टर से जांच करानी चाहिए।
समय पर जांच ही है बचाव का सबसे अच्छा तरीका
डॉक्टर्स का कहना है कि समय रहते लक्षणों को समझना और जांच कराना ही सबसे बड़ा बचाव है। इसलिए अगर आपको कोई भी असामान्य बदलाव नजर आए तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाएं और धूम्रपान से दूर रहें।
डिस्क्लेमर: यह लेख सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।