गर्मियों में आम खाना हर किसी की पसंद होती है। इसके रस और स्वाद में वो ताकत है जो हर थकावट को पल भर में दूर कर दे। लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि आम का गलत समय या तरीका से सेवन करने पर ये सेहत को नुकसान भी पहुंचा सकता है। दरअसल, आम में नैचुरल शुगर और गर्म तासीर होती है, जो अगर शरीर की स्थिति के अनुसार न ली जाए, तो पेट की दिक्कतों से लेकर फोड़े-फुंसी तक का कारण बन सकती है। यही वजह है कि आम जितना स्वादिष्ट है, उतना ही समझदारी से खाने वाला फल भी है।
इस लेख में हम आपको बताएंगे कि आम का सेवन कब, कितना और किस तरीके से करना चाहिए ताकि इसके स्वाद के साथ-साथ आपको सेहत का फायदा भी मिल सके। आम का सही सेवन बना सकता है इसे फलों का असली राजा।
आम को फलों का राजा यूं ही नहीं कहा जाता। इसमें विटामिन A, B6 और C भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं जो इम्यूनिटी बढ़ाने का काम करते हैं। साथ ही इसमें जरूरी एंजाइम्स होते हैं जो पाचन क्रिया को बेहतर बनाते हैं। अच्छी बात ये है कि इसमें फैट और कोलेस्ट्रॉल नाम मात्र का होता है, जिससे वजन बढ़ने की चिंता कम रहती है।
अक्सर लोग आम को खाने के बाद मिठाई की तरह खाते हैं, लेकिन ये तरीका सेहत के लिए सही नहीं माना जाता। विशेषज्ञों का मानना है कि आम को मील के साथ या तुरंत बाद नहीं खाना चाहिए। इसे सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे के बीच स्नैक की तरह खाना फायदेमंद होता है। इस समय आम शरीर पर सकारात्मक असर डालता है और पाचन पर भी जोर नहीं पड़ता।
अगर आप रात को खासकर देर रात आम खाते हैं तो ये शरीर के शुगर लेवल को बढ़ा सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि इस समय इंसुलिन का स्तर स्थिर नहीं रहता और आम में प्राकृतिक शर्करा की मात्रा अधिक होती है, जिससे ब्लड शुगर बढ़ सकता है। इसलिए रात को आम खाने से बचना ही बेहतर होता है।
आमरस में घी डालने का फायदा
अगर आप आमरस पीने के शौकीन हैं तो उसमें आधा चम्मच घी मिलाकर पीना एक बेहतरीन उपाय हो सकता है। आयुर्वेद के अनुसार, घी आम की गर्म तासीर को संतुलित करता है और इससे ब्लड शुगर लेवल भी कंट्रोल में रहता है। आमरस को भी दिन के समय पीना चाहिए ताकि शरीर को इसका पूरा फायदा मिल सके।
पेट दर्द या फोड़े-फुंसी से कैसे बचें?
बहुत ज्यादा आम खाने से कुछ लोगों को पेट दर्द या फुंसी-पिंपल्स की शिकायत होती है। ऐसा शरीर की गर्म तासीर और गलत समय पर सेवन करने की वजह से हो सकता है। इसलिए आम खाएं जरूर, लेकिन सही मात्रा और सही समय पर।
डिस्क्लेमर: यह लेख सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।