भागदौड़ भरी जिंदगी, तनाव और गलत दिनचर्या ने सेहत पर बुरा असर डाला है। खासतौर पर सिरदर्द और माइग्रेन जैसी समस्याएं आम हो गई हैं। लगातार स्क्रीन पर काम करना, नींद की कमी और असंतुलित खान-पान माइग्रेन के दर्द को और बढ़ा सकते हैं। ये दर्द इतना गंभीर हो सकता है कि काम पर ध्यान लगाना और आराम करना मुश्किल हो जाता है। लोग दर्द से राहत पाने के लिए दवाओं का सहारा लेते हैं, लेकिन ये सिर्फ अस्थायी समाधान है। आयुर्वेद में सिरदर्द और माइग्रेन के लिए कुछ प्रभावी और प्राकृतिक उपाय बताए गए हैं, जो बिना किसी साइड इफेक्ट के स्थायी राहत प्रदान कर सकते हैं।
इनमें सिर की मसाज, नस्य चिकित्सा, ब्राह्मी-अश्वगंधा का सेवन, पैरों की मालिश और हर्बल चाय जैसे उपचार शामिल हैं। इन आयुर्वेदिक उपायों को अपनाकर माइग्रेन और सिरदर्द से छुटकारा पाया जा सकता है और जीवन को स्वस्थ बनाया जा सकता है।
लंबे समय तक मोबाइल, लैपटॉप या टीवी स्क्रीन पर देखने से सिरदर्द की समस्या बढ़ सकती है। ऐसे में सिर की मालिश करना फायदेमंद साबित होता है।
नारियल या तिल के तेल में थोड़ा सा कपूर या लौंग मिलाकर हल्के हाथों से सिर की मालिश करें।
ये ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाकर सिरदर्द से राहत दिलाता है।
इसे नियमित करने से माइग्रेन के दर्द में भी आराम मिलता है।
आयुर्वेद के अनुसार, नाक में औषधीय तेल डालना माइग्रेन और सिरदर्द के लिए एक बेहतरीन उपाय है।
रोज सुबह और रात में सोने से पहले नाक में 2-2 बूंद गाय का घी या अनुतैल आयुर्वेदिक नस्य तेल डालें।
ये दिमाग को ठंडक पहुंचाने के साथ-साथ माइग्रेन के दर्द को कम करता है।
ब्राह्मी और अश्वगंधा का सेवन करें
ब्राह्मी और अश्वगंधा आयुर्वेद में मस्तिष्क को शांत करने वाली जड़ी-बूटियों के रूप में जानी जाती हैं।
1 चम्मच ब्राह्मी पाउडर को गुनगुने पानी या दूध के साथ लें।
आधा चम्मच अश्वगंधा पाउडर को शहद में मिलाकर सेवन करें।
यह दिमाग को रिलैक्स करने और तनाव को कम करने में मदद करता है।
पैरों की मालिश से आएगी अच्छी नींद
रात को सोने से पहले पैरों के तलवों की मालिश करने से माइग्रेन और सिरदर्द में राहत मिलती है।
सरसों या तिल के तेल से हल्के हाथों से मालिश करें।
ये न सिर्फ सिरदर्द को कम करता है, बल्कि गहरी और आरामदायक नींद लाने में भी मदद करता है।
हर्बल चाय से सिरदर्द को कहें अलविदा
कैफीन युक्त चाय सेहत को नुकसान पहुंचा सकती है, लेकिन हर्बल चाय माइग्रेन और सिरदर्द को कम करने में मदद कर सकती है।
तुलसी, अदरक और पुदीने से बनी हर्बल चाय सिरदर्द में राहत देती है।
कैफीन वाली चाय छोड़कर इन आयुर्वेदिक चाय का सेवन करें, ये स्वास्थ्य के लिए अधिक फायदेमंद होता है।
डिस्क्लेमर: यह लेख सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।