मौसम में बदलाव की वजह से वायरल इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है। इसके साथ ही ठंड और गर्मी या बरसात के मौसम में आंखों के लिए भी कई तरह की समस्याएं बढ़ जाती है। इस मौसम में कंजंक्टिवाइटिस यानी 'पिंक आई' की समस्या बहुत कॉमन है। दरअसल, आंख से सफेद हिस्से और पलक को कवर करने वाली पतली पारदर्शी परत में होने वाली सूजन की वजह से कंजंक्टिवाइटिस की समस्या होती है। इस पतली परत को कंजक्टिवा कहा जाता है। जब कंजक्टिवा में छोटी ब्लड वेसल्स सूज जाती हैं। तब उनमें जलन होने लगती है, तो आंखों का सफेद भाग लाल या गुलाबी दिखाई देने लगता है।
यही वजह है कि कंजंक्टिवाइटिस को पिंक आई या आई फ्लू भी कहा जाता है। कंजंक्टिवाइटिस अधिकतर वायरल संक्रमण के कारण होता है। अमेरिकन एकेडमी ऑफ ऑप्थेल्मोलॉजी के मुताबिक, अमेरिका में हर साल करीब 10 लाख लोग आंखों के इंफेक्शन की वजह से हॉस्पिटल जाते हैं। वहीं बहुत से लोग ऐसे भी होते हैं, जो समस्या होने पर भी हॉस्पिटल नहीं जाते हैं।
हेल्थ से जुड़े जानकारों का कहना है कि आई फ्लू कॉमन इंफेक्शन है। बहुत से लोग इसके शिकार हो जाते हैं। इस इंफेक्शन की वजह से आंखों में जलन और खुजली होने लगती है। यह बीमारी काफी तेजी से फैलती है। जब आई फ्लू का इंफेक्शन काफी ज्यादा हो जाता है तो यह आंखों की पतली झिल्ली तक पहुंच जाती है। इसके बाद खुजली होने लगती है। इससे आंखों में सूजन आ सकती है। यह इंफेक्शन एक आंख से शुरू होकर दूसरी आंख और एक इंसान से दूसरे तक पहुंचने लगता है। इसमें आंखों का रंग पहले पीला फिर धीरे-धीरे लाल होने लगता है।
जानिए आई फ्लू कितनी तरह का होता है
आई फ्लू पांच तरह के होते हैं।
2 - बैक्टीरियल कंजक्टिविटी
कंजंक्टिवाइटिस के लक्षण क्या है?
1 - एक या दोनों आंखों में रेडनेस
2 - आंखों में खुजली होना।
3 - आंखों में चुभन महसूस होना।
4 - आंखों से डिस्चार्ज निकलना, जिससे आंखों में पपड़ी बन जाती है।
6 - प्रकाश के प्रति संवेदनशीलता, जिसे फोटोफोबिया कहा जाता है।
कंजंक्टिवाइटिस के क्या कारण है?
4 - आंख में रसायन का जाना
5 - आंख में कोई बाहरी वस्तु का जाना
6 - नवजात शिशुओं में टियर डक का ब्लॉक होना।
आई फ्लू से कैसे करें बचाव?
1 - अपनी आंखों को हाथों से न छुएं।
2 - अपने हाथों को बार-बार धोएं।
3 - रोजाना एक साफ तौलिया और वॉशक्लॉथ का इस्तेमाल करें।
4 - तौलिए या वॉशक्लॉथ को शेयर न करें।
5 - अपने तकिए के कवर को बार-बार बदलें।
6 - काजल जैसे पुराने ब्यूटी प्रोडक्ट को फेंक दें।
7 - मेकअप या आई ड्रॉप आदि को दूसरों से शेयर न करें।
डिस्क्लेमर - यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।