Radish Leaves: देश भर में डायबिटीज के मरीज तेजी से फैल रहे हैं। इससे पीड़ित मरीजों के शरीर में इंसुलिन की मात्रा कम होने लगती है। जिससे शरीर में शुगर की मात्रा बढ़ने लगती है। डायबिटीज होने पर खानपान का खास ख्याल रखने की जरूरत होती है। बार-बार शुगर लेवल बढ़ना कई अन्य समस्याओं को जन्म दे सकता है। जिन्हें डायबिटीज है। उन्हें हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स (जीआई) वाले खाद्य पदार्थों के सेवन से परहेज करना चाहिए। ऐसे में आप मूली का पत्तों का जूस भी सेवन कर सकते हैं। मूली के पत्तों से ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद मिलती है।
मूली का सेवन सूप, सलाद, सब्जी आदि के रूप में किया जाता है। लेकिन इसके पत्ते भी किसी दवा से कम नहीं हैं। मूली के पत्तों का जूस खून की कमी यानी एनीमिया को दूर करने में बहुत ही फ़ायदेमंद है। मूली के पत्तों में आयरन, फोलिक एसिड, विटामिन सी जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं जो हीमोग्लोबिन की मात्रा बढ़ाकर खून की कमी को दूर करते हैं।
मूली के पत्तों से ब्लड शुगर रहता है कंट्रोल
मूली में एंटी-डायबिटिक प्रॉपर्टीज होती हैं। इससे इम्यूनिटी मजबूत होती है। ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल किया जा सकता है। मूली में एक ऐसा बायो एक्टिव कंपाउंड पाया जाता है जो एडिपोनेक्टिन हार्मोन को कंट्रोल कर ब्लड शुगर लेवल को रेगुलेट करता है। मूली में पोटेशियम हाई मात्रा में पाया जाता है। इससे ब्लड प्रेशर लेवल को कंट्रोल करने और दिल को ठीक से काम करने में मदद करता है। इनमें एंथोसाइन नामक कंपाउंड होता है, जो ब्लड सर्कुलेशन और लो ब्लड प्रेशर में सुधार करने में मदद करता है। मूली के पत्तों का सेवन आप सलाद के रूप में कर सकते हैं। मूली के पत्तों को पालक की तरह थोड़ा सा उबालकर हल्का सा सेंधा नमक, नींबू आदि डालकर खा सकते हैं।
सर्दी-खांसी में मिलती है राहत
कुछ लोग ऐसे भी होते हैं, जिन्हें हमेशा सर्दी-खांसी की समस्या बनी रहती है। अगर आप भी ऐसे लोगों में शामिल हैं, तो अपनी डाइट में मूली जरूर शामिल करें। इसमें पाए जाने वाले एंटी-कंजेस्टिव गुण कफ खत्म करने में मदद करते हैं।
मूली को पाचन तंत्र के लिए भी काफी फायदेमंद माना जाता है। सर्दियों में इसके सेवन से पाचन संबंधी परेशानियों से निजात मिलती है। साथ ही इसके सेवन से खाना भी अच्छी तरह से पच जाता है।