शरीर में किडनी का अहम रोल है। किडनी का काम शरीर में खून को शुद्ध करना और शरीर से गंदगी को बाहर करना है। शरीर में पानी का संतुलन बनाए रखना, अम्ल और क्षार का बैलेंस बनाए रखना, खून के दबाव को कंट्रोल में रखना जैसे तमाम काम हैं। हालांकि, तेजी से बदलती लाइफस्टाइल और खानपान की गलत आदतों की वजह से किडनी की समस्याएं बढ़ती जा रही हैं। किडनी से जुड़ी समस्याओं के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए हर साल मार्च महीने के दूसरे गुरुवार को मनाया जाता है। इस साल विश्व किडनी दिवस आज (13 मार्च) मनाया जा रहा है।
पहली बार किडनी दिवस साल 2006 में मनाया गया था। इसकी शुरुआत इंटरनेशनल सोसाइटी ऑफ नेफ्रोलॉजी (आईएसएन) और इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ किडनी फाउंडेशन (आईएफकेएफ) ने किया था। विश्व किडनी दिवस का मुख्य मकसद लोगों को किडनी से जुड़ी बीमारियों के प्रति जागरूक करना है।
बच्चे भी हो रहे हैं किडनी की बीमारी के शिकार
किडनी की बीमारी से बड़े तो पीड़ित होते ही है, बच्चे भी इस बीमारी के शिकार हो रहे हैं। बड़ी संख्या में बच्चे भी नेफ्रोटिक सिंड्रोम नामक बीमारी से पीड़ित हो रहे हैं। इसमें किडनी में सूजन आ जाती है और प्रोटिन लीक होने लगता है। प्रोटिन लीक होने से किडनी के टिश्यू डैमेज होने लगते हैं। शुरू में अगर बीमारी पकड़ में आ जाय तो इसकी पूरी तरह से इलाज संभव है। बीमारी को नजरअंदाज करने पर किडनी फेल्योर की समस्या आ सकती है। शरीर का इम्यून सिस्टम कमजोर होने की वजह से यह बीमारी लगती है। इसके अलावा बच्चों में अत्यधिक मोटापा, यूरिनरी ट्रैक्ट में विकृति, अनुवांशिक और बार-बार यूरीन इनफेक्शन लगने की वजह से भी किडनी की बीमारी हो जाती है। इसके लिए स्कूल जाने वाले बच्चों की साल में एक बार यूरीन की रुटीन जांच जरूर कराना चाहिए। यूरिन से यदि प्रोटिन निकल रहा है तो बीमारी पकड़ में आ जाएगी।
सिगरेट और शराब से किडनी होगी खराब
हेल्थ से जुड़े जानकारों का कहना है कि धूम्रपान से शरीर में आर्जिनिन वैसोप्रेसिन का लेवल बढ़ जाता है। इससे यूरिन फ्लो पर असर पड़ता है। यूरिन का कम प्रवाह किडनी की पथरी का कारण बनता है। सिगरेट पीन से किडनी में ऑक्सीडेटिव स्ट्रे भी बढ़ता है। जिससे किडनी को नुकसान पहुंचता है। जो लोग लंबे समय से सिगरेट पी रहे हैं। उनकी किडनी खराब होने लगती है। शराब भी सेहत के लिए नुकसानदायक होती है। इसके सेवन से किडनी को नुकसान पहुंच सकता है। होली का त्योहार भी है। ऐसे लोगों को भांग, शराब जैसी चीजों से दूर रहना चाहिए।
किडनी को स्वस्थ कैसे रखें?
किडनी को स्वस्थ रखने के लिए नियमित व्यायाम करना चाहिए। खानपान का ध्यान रखना चाहिए। पर्याप्त पानी पीना चाहिए। लोगों को अपना बीपी और शुगर भी कंट्रोल करना चाहिए। इसकी वजह ये है कि हाई बीपी और हाई शुगर से किडनी की बीमारी होती है। डॉक्टर से नियमित जांच करानी चाहिए और किडनी की बीमारी के लक्षणों को पहचानने के लिए जागरूक रहना चाहिए।
किडनी खराबी के लक्षण क्या हैं?
2 - पेशाब करते समय दर्द होना।