Atiq Ahmed Murder Case: प्रयागराज में गैंगेस्टर से नेता बने अतीक अहमद और अशरफ अहमद की तीन बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी है। इस वारदात के बाद प्रदेश के सभी 75 जिलों में धारा 144 लागू कर दी गई है। उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने रात में ही एक हाई लेवल की मीटिंग की। इस हत्याकांड की जांच के लिए 3 सदस्यों के न्यायिक आयोग (3-member judicial panel) का गठन करने के निर्देश दिए हैं। इतना ही नहीं उत्तर प्रदेश पुलिस को फ्लैग मार्च (flag marches) आयोजित करने और सोशल मीडिया पर कड़ी निगरानी रखने के भी निर्देश दिए हैं। अतीक और अशरफ हथकड़ी पहने हुए थे।
बता दें कि अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या कर दी गई है। यह हत्या उस समय हुई। जब उन्हें मेडिकल जांच के लिए अस्पताल ले जाया जा रहा था। तभी हत्यारे पत्रकार बनकर नजदीक आ गए। अतीक अहमद के ऊपर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी।
इस घटना के बारे मे प्रयागराज के पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा (Ramit Sharma) ने कहा कि जब पत्रकार अतीक अहमद और अशरफ की बाइट ले रहे थे। तभी 3 लोग पत्रकार बनकर नजदीक आ गए और ताबडतोड़ फायरिंग शुरू कर दी। इसमें एक पत्रकार को भी चोटें आई हैं। वहीं एक पुलिसकर्मी के भी घायल होने की खबर सामने आई है। हालांकि पुलिस ने तीनों हत्यारों को पकड़ लिया है। फिलहाल आसापस के जिलों की पुलिस फोर्स को भी प्रयागराज बुला लिया गया है। प्रयागराज में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। इसके साथ ही प्रयागराज में पीएसी, आरएएफ की भी तैनाती कर दी गई है और संवेदनशील स्थानों पर गश्त बढ़ा दी गई है। लॉ एंड ऑर्डर के स्पेशल डीजी प्रशांत कुमार ने बताया, कि सीएम ने अहमद और अशरफ की हत्या की जांच के लिए तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग का गठन किया है।
2 दिन पहले मारा गया था अतीक का बेटा
इससे दो दिन पहले झांसी में UP STF ने अतीक अहमद के तीसरे नंबर के बेटे असद और उसके साथ शूटर गुलाम को एनकाउंटर में मार गिराया गया था। अतीक अपने बेटे के जनाजे में नहीं शामिल हो पाया था। वहीं एनकाउंटर पर सवाल उठने के बाद डीएम ने मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दे दिए हैं। इस जांच के लिए सिटी मजिस्ट्रेट को जांच अधिकारी बनाया गया है। घटना के बारे में सिटी मजिस्ट्रेट के यहां बयान दर्ज दर्ज कराए जा सकते हैं।