Atique Ahmed Murder Case: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में बाहुबली अतीक अहमद और उसके भाई को जिन तीन लोगों ने गोली मार कर कत्ल कर दिया है। उन्हें पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस ने एक प्रेस नोट में कहा कि हमलावरों की पहचान अरुण मौर्या, लवलेश तिवारी और सनी सिंह के रूप में हुई है। इसमें लवलेश तिवारी बांदा के क्योटरा मुहल्ले का रहने वाला है। सनी सिंह हमीरपुर का रहने वाला है। जबकि अरुण मौर्य कासगंज का रहने वाला है। पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, तीनों आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वे बड़ा माफिया बनना चाहते थे। इसीलिए उन्होंने अतीक अहमद की हत्या की है।
सनी सिंह का घर से नहीं है कोई वास्ता
शूटर सनी सिंह हमीरपुर के कुरारा का निवासी है। वह थाना कुरारा के वार्ड नंबर 11 का रहने वाला है। मिली जानकारी के मुताबिक सनी सिंह हिस्ट्रीशीटर अपराधी भी है। सनी के भाई के मुताबिक वह अपने घर में नहीं रहता है। वो करीब 15 साल से घर भी नहीं आया है। उनके भाई का कहना है कि उनका उससे कोई लेना-देना नहीं है। शूटर सनी सिंह पर है लगभग 17 मामले दर्ज हैं।
लवलेश तिवारी उत्तर प्रदेश के बांदा जिले के क्योटरा मोहल्ले का रहने वाला है। लवलेश के पिता ने बताया कि उसका बेटे से कोई रिश्ता नहीं है। उसे ड्रग्स की लत है। कभी-कभी ही घर आता है। उन्होंने गे कहा कि हमने टीवी में लवलेश के बारे में देखा। लेकिन हमें उसकी कोई जानकारी नहीं है। 5-6 दिन पहले घर आया था। लेकिन हमारी कोई बातचीत नहीं हुई। एक बार लवलेश ने एक लड़की को भी थप्पड़ मारा था। इस दौरान वो जेल भी गया था। ये घटना करीब एक डेढ़ साल पहले की है। लवलेश 4 भाई है। जिसमें वो तीसरे नंबर का है। वहीं लवलेश की मां ने रोते हुए कहा कि पता नहीं उसके नसीब में क्या लिखा था। पहले वो बहुत धार्मिक था। रोजाना मंदिर जाता था। जब से वो घर से चला गया। तब से हमने बात नहीं की। उसका हमेशा फोन हमेशा स्विच ऑफ आता था।
अरुण मौर्य कासगंज के सोरों क्षेत्र के गांव बघेला पुख्ता का मूल निवासी है। गांव में उसका पैतृक मकान और खेती है। उसके मां-बाप की मृत्यु हो चुकी है। तीन भाइयों में सबसे छोटा अरुण मौर्य शुरू से ही गलत संगत में रहता था। मां-बाप की मृत्यु के बाद ही गांव छोड़कर चला गया था। कभी-कभी वह गांव आता था। किसी को भी आज तक उसने ये नहीं बताया कि कहां रहता है और क्या काम करता है? कभी कहता था कि दिल्ली में रहता हूं तो कभी कहता नोएडा में रहता हूं। अरुण के दोनों भाई गांव में रहकर खेती करते हैं।