कुख्यात माफिया अतीक अहमद (Atiq Ahmed) को एक बार फिर अहमदाबाद के साबरमती जेल से कोर्ट में पेश करने के लिए प्रयागराज लाया जा रहा है। आज किसी भी वक्त उसके प्रयागराज पहुंचने की उम्मीद है। इस सफर में अतीक के चेहरे पर खौफ दिख रहा है। वो कह रहा है कि योगी आदित्यनाथ सरकार ने उसके परिवार को मिट्टी में मिला दिया है। जेल से आते वक्त पत्रकारों से अतीक ने कहा कि उसका परिवार पूरी तरह से बर्बाद हो चुका है। उसने आगे कहा कि सरकार ने कहा था कि मिट्टी में मिला देगें तो अब हम मिट्टी में तो मिल चुके हैं। अब तो सिर्फ रगड़ा जा रहा है। अतीक के भाई अशरफ को भी बरेली जेल से प्रयागराज लाया जा रहा है
अतीक अहमद को अहमदाबाद से प्रयागराज ले जा रही उत्तर प्रदेश पुलिस टीम के काफिला के एक वाहन में कुछ तकनीकी खराबी आने के कारण यह राजस्थान के डूंगरपुर जिले के एक थाने में करीब एक घंटे रूका रहा। बाद में जिस पुलिस वैन में अतीक मौजूद था उसे थाने ले जाया गया। अधिकारियों ने कहा कि थाने में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। इस दौरान जब अतीक दोबारा वैन में सवार हुआ तो उसने मीडिया से बात की और कहा कि उसका परिवार पूरी तरह बर्बाद हो चुका है।
अतीक ने पत्रकारों से कहा, ''आपकी (मीडिया) वजह से मैं सुरक्षित हूं। मैंने वहां (साबरमती जेल से) से कोई फोन नहीं किया, वहां पर जैमर लगे हुए हैं। मैंने जेल से कोई साजिश नहीं रची। 6 साल से मैं जेल में हूं। मेरा पूरा परिवार पूरी तरह से बर्बाद हो चुका है।'' अतीक ने आगे कहा, "मैं जेल में था, मुझे इसके (उमेश पाल हत्याकांड) बारे में क्या पता। कोई सवाल कर रहा था कि माफियागिरी समाप्त हो गई। माफियागिरी तो पहले ही खत्म हो गई। अब तो हमें बस रगड़ा जा रहा है।"
शिवपुरी पहुंचने पर अतीक ने पत्रकारों से कहा, 'आप लोगों का शुक्रिया, आप लोगों की वजह से हिफाजत है।' इंडिया टुडे ने अतीक से सवाल किया, 'कल तक आप दबंगई कर रहे थे तो डर नहीं लग रहा था, आप पर 100 से ज्यादा मामले दर्ज है। अब क्यों डर रहे हो?' इस सवाल पर अतीक चुप हो गया और उसने कोई जवाब नहीं दिया। सिर्फ उसने कहा, 'हमारे परिवार को मिट्टी में मिला दिया, अब रगड़े ही जा रहा है।'
उत्तर प्रदेश पुलिस 26 मार्च को भी अतीक अहमद को अदालत में पेश करने के लिए राज्य के प्रयागराज जिला ले गई थी। 28 मार्च को वहां की अदालत ने 2006 के उमेश पाल अपहरण मामले में अतीक अहमद को उम्र कैद की सजा सुनाई थी। यूपी के 60 वर्षीय पूर्व विधायक और लोकसभा के पूर्व सदस्य गैंगस्टर अतीक को प्रयागराज से लगभग 24 घंटे की सड़क यात्रा के बाद 29 मार्च को उत्तर प्रदेश पुलिस की वैन में गुजरात की उच्च सुरक्षा वाली जेल में वापस ले जाया गया था।
सुप्रीम कोर्ट ने अप्रैल 2019 में अतीक अहमद पर जेल में रहने के दौरान एक रियल एस्टेट कारोबारी मोहित जायसवाल का अपहरण करने और उससे मारपीट के आरोप लगने के बाद गुजरात की उच्च सुरक्षा वाली जेल में शिफ्ट करने का निर्देश दिया था। वह जून 2019 से वहां की जेल में बंद है।
पुलिस ने कहा कि अहमद पर हाल ही में हुए उमेश पाल हत्याकांड सहित 100 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं। सबसे सनसनीखेज हत्या के मामलों में से एक बहुजन समाज पार्टी (BSP) के विधायक राजू पाल का है, जिसकी 2005 में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसमें अतीक अहमद कथित तौर पर शामिल था। इस हत्याकांड के एक अहम गवाह उमेश पाल की इसी साल 24 फरवरी को प्रयागराज स्थित उनके आवास के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
अहमद ने पिछले महीने सुरक्षा के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। अपनी याचिका में उसने दावा किया था कि उसे और उसके परिवार को प्रयागराज में उमेश पाल हत्याकांड में बतौर आरोपी, झूठा फंसाया गया है और उत्तर प्रदेश पुलिस उसे फर्जी मुठभेड़ में मार सकती है।