बाबा सिद्दीकी हत्याकांड के एक आरोपी की मां ने रविवार को कहा कि उनका बेटा एक कबाड़ी के यहां काम करने के लिए पुणे गया था। महिला ने दावा किया कि उन्हें उस बारे में कुछ भी नहीं पता कि मुंबई में उसने क्या किया। उन्होंने कहा कि उनके बेटे ने कभी उनका फोन नहीं उठाया और सत्तारूढ़ पार्टी के नेता की हत्या पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और अजीत पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के वरिष्ठ नेता बाबा सिद्दीकी की शनिवार शाम मुंबई के बांद्रा पूर्व में तीन व्यक्तियों ने गोली मार कर हत्या कर दी।
बाबा सिद्दीकी हत्याकांड के एक आरोपी की मां ने कहा, "वह एक कबाड़ी के यहां काम करने के लिए पुणे चला गया। मैं तो यही जानती थी। मुझे नहीं पता था कि वह मुंबई में क्या कर रहा है... होली में वह घर आया था। उसके बाद वह नहीं आया। वह मुझसे फोन पर भी बात नहीं कर रहा था इसलिए मैं घटना के बारे में कुछ नहीं कह सकती। उसकी उम्र करीब 18-19 साल है।"
मुंबई पुलिस ने पुष्टि की कि बाबा सिद्दीकी की निर्मल नगर में कोलगेट ग्राउंड के पास उनके विधायक बेटे जीशान सिद्दीकी के दफ्तर के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई।
उनकी हत्या के सिलसिले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। क्राइम ब्रांच के सूत्रों ने बताया कि दोनों आरोपियों- हरियाणा के करनैल सिंह और उत्तर प्रदेश के धर्मराज कश्यप ने पूछताछ के दौरान दावा किया कि वे लॉरेंस बिश्नोई गिरोह से जुड़े हैं, जो फिलहाल जेल में बंद कुख्यात गैंगस्टर है।
उनकी हत्या में शामिल तीसरा शख्स अभी भी फरार है। पुलिस ने कहा कि उन्हें इस मामले में किसी चौथे व्यक्ति के शामिल होने का शक है, जो कथित तौर पर हमलावरों को सिद्दीकी की गतिविधियों के बारे में जानकारी दे रहा था।
सूत्रों ने कहा कि NCP नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की शनिवार को उनके बेटे के दफ्तर के बाहर हत्या करने वाले हमलावरों ने पहले से तैयारी की थी और दो महीने से ज्यादा समय तक उनके ठिकाने पर नजर रखी थी।