प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) की चिंता के बाद डीप फेक पर सरकार लगाम लगाने जा रही है। डीप फेक के बढ़ते मामलों और इसके खतरे को देखते हुए सरकार डीप फेक पर कानून लाने की तैयारी कर रही है। CNBC AWAAZ ने सबसे पहले ये खबर दी थी। इस मामले में सरकार ने आज सोशल मीडिया कंपनियों के साथ बैठक की है। इस बैठक में बड़ी-बड़ी कंपनियों के प्रतिनिधि शामिल हुए। बैठक में गूगल, मेटा, ट्विटर के अधिकारियों ने हिस्सा लिया। इस बैठक में डीप फेक को लेकर विस्तार से चर्चा हुई। सूत्रों के मुताबिक अगले 10 दिनों के अंदर सरकार डीप फेक पर दिशानिर्देश जारी कर सकती है।
इस बैठक में और सरकार की योजना बताते हुए सीएनबीसी-आवाज़ के असीम मनचंदा ने कहा कि सरकार ने आज से ड्राफ्ट पर काम करने की शुरुआत की है। भारत सरकार में आईटी मिनिस्टर अश्विनी वैष्णव ने आज सोशल मीडिया कंपनियों के साथ बैठक की है। आईटी मिनिस्टर के साथ हुई बैठक में गूगल, मेटा, ट्विटर के अधिकारी शामिल हुए। इसके साथ ही इस बैठक में टेलीग्राम के अधिकारी भी शामिल हुए।
डीप फेक का कानून लाएगी सरकार
असीम मनचंदा ने आगे कहा कि इस बैठक के बाद तय किया गया है कि डीप फेक के डिटेक्शन, प्रिवेंशन, रिपोर्टिंग और अवेयरनेस पर काम किया जायेगा। मामले पर सरकार ने कंपनियों को सख्त कदम उठाने को कहा है। कंपनियों को शिकायत मिलने के 24 घंटे के अंदर कार्रवाई करनी होगी।
इस बैठक में ये तय किया गया है कि डीप फेक के मामले में अगले 10 दिन में विस्तृत गाइडलाइंस जारी होंगी। आज की बैठक में ये भी तय किया गया है कि आगे इस संबंध में और विचार एवं फैसला करने के लिए दिसंबर के पहले हफ्ते में कंपनियों से फिर मुलाकात की जायेगी।
बता दें कि रश्मिका मंदाना का फर्जी वीडियो वायरल होने के बाद डीप फेक का मामला जोर पकड़ता हुआ दिखाई दिया। इसके बाद देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी डीप फेक को लेकर चिंता जताई थी। इसके बाद सरकार इसको लेकर एक्शन मोड में आ गई है।