सिक्किम के सोरेंग में आज (9 अगस्त) सुबह-सुबह धरती कांप उठी। इलाके में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 4.4 मापी गई है। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (National Center for Seismology – NCS) के मुताबिक सोरेंग में भूकंप के झटके सुबह 6.57 बजे महसूस किए गए हैं। इस भूकंप का केंद्र सिक्किम के सोरंग इलाके को बताया जा रहा है। अभी तक किसी के हताहत होने की कोई खबर सामने नहीं आई है। इससे पहले भारत में, नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार, 6 अगस्त को मणिपुर के कामजोंग में रिक्टर स्केल पर 3.7 तीव्रता का भूकंप आया था।
स्थानीय लोगों का कहना है कि भूकंप के झटके तेज महसूस किए गए हैं। डर की वजह से बहुत से लोग घर के बाहर निकल आए। लोग सड़कों पर आ गए। कुछ लोगों की नींद ही भूकंप के झटके से खुली। फिलहाल, अब तक किसी के जानमाल के नुकसान की कोई खबर सामने नहीं आई है।
धरती के ऊपरी सतह सात टेक्टोनिक प्लेटों से मिलकर बनी हैं। जहां भी ये प्लेटें एक-दूसरे से टकराती हैं। वहां भूकंप का खतरा पैदा हो जाता है। भूकंप तब आता है, जब ये प्लेट्स एक-दूसरे के क्षेत्र में घुसने की कोशिश करती हैं। ऐसे में जब ये प्लेट आपस में टकराती हैं, रगड़ती हैं, एक-दूसरे के ऊपर चढ़ती या उनसे दूर होती हैं। तब ऐसी स्थिति में जमीन हिलने लगती है। इसे ही भूकंप कहा जाता है। इसके अलावा उल्का प्रभाव और ज्वालामुखी विस्फोट, माइन टेस्टिंग और न्यूक्लियर टेस्टिंग की वजह से भी भूकंप आते हैं। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता मापी जाती है। इस स्केल पर 2.0 या 3.0 की तीव्रता का भूकंप हल्का होता है, जबकि 6 की तीव्रता का मतलब शक्तिशाली भूकंप होता है।
1 - आपदा वैसे तो संभलने का मौका नहीं देती लेकिन थोड़ा चौकन्ना रहकर आप जिंदगी बचाने की कोशिश जरूर कर सकते हैं। जानिए भूकंप जैसी स्थिति से निपटने के लिए आप कैसे तैयार रह सकते हैं।
2- भूकंप के झटके जैसे ही महसूस हों तुरंत बिना देर किए घर, ऑफिस से निकल खुली जगह पर निकल जाएं। बड़ी बिल्डिंग्स, पेड़ों, बिजली के खंभों आदि से दूर रहें।
3- बाहर जाने के लिए लिफ्ट का इस्तेमाल कतई न करें। सीढ़ियों से ही नीचे पहुंचने की कोशिश करें।
4 - अगर आप किसी ऐसी जगह हैं जहां बाहर जाने का कोई फायदा नहीं है तो सही यह होगा कि अपने आस-पास ही ऐसी जगह खोजें जिसके नीचे छिप कर खुद को बचाया जा सके। ध्यान रखें भूकंप के समय भागे नहीं इससे नुकसान की संभावना ज्यादा होगी।
5- भूकंप आने पर खिड़की, अलमारी, पंखे, ऊपर रखे भारी सामान से दूर रहें ताकि इनके गिरने और शीशे टूटने से चोट न लगे।