Budget Economic Survey 2025 Highlights: आर्थिक सर्वे 2024-25 में नौकरियों पर खास फोकस रखा गया है। साथ ही फूड इनफ्लेशन में भी नरमी की संभावना जताई गई है। साथ ही इसमें ये भी कहा गया है कि साल 2047 तक विकसित भारत बनने की लिए देश को 8% की ग्रोथ चाहिए और सरकार को इनोवेशन को बढ़ावा देने पर ध्यान देना होगा
Budget Economic Survey 2025 Highlights: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में आर्थिक सर्वे 2024-25 पेश कर दिया है। आर्थिक सर्वे 2024-25 में कहा गया है कि विकास के उतार-चढ़ाव को ध्यान में रखते हुए, वित्त वर्ष 2026 में रियल जीडीपी ग्रोथ 6.3 और 6.8 प्रतिशत के बीच रहने की उम्मीद है। सर्वे में कहा गया कि रेलवे, रोड, एयरपोर्ट और पोर्ट जैसे अहम क्षेत्रों में ग्रोथ बरकरार है
Budget Economic Survey 2025 Highlights: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में आर्थिक सर्वे 2024-25 पेश कर दिया है। आर्थिक सर्वे 2024-25 में कहा गया है कि विकास के उतार-चढ़ाव को ध्यान में रखते हुए, वित्त वर्ष 2026 में रियल जीडीपी ग्रोथ 6.3 और 6.8 प्रतिशत के बीच रहने की उम्मीद है। सर्वे में कहा गया कि रेलवे, रोड, एयरपोर्ट और पोर्ट जैसे अहम क्षेत्रों में ग्रोथ बरकरार है। बजट से पहले पेश होने वाले इकोनॉमिक सर्वे से पता चलता है कि देश के आर्थिक हालात कैसे हैं। इसके साथ ही आने वाली चुनौतियों के बारे में भी बताया गया है।
इससे पहले संयुक्त बैठक में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के संबोधन के साथ संसद का बजट सत्र शुरू हुआ। इस दौरान राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि विकसित भारत के निर्माण में किसान, जवान, विज्ञान के साथ ही अनुसंधान का बहुत बड़ा रोल है। उससे पहले PM नरेंद्र मोदी ने समृद्धि की देवी मां लक्ष्मी को प्रणाम करते हुए सत्र का आगाज किया। मुख्य आर्थिक सलाहकार वी अनंत नागेश्वरन की अगुवाई वाली टीम ने आर्थिक सर्वे को तैयार किया है। यह अगले वित्त वर्ष के विकास की नई लकीर खींचने का काम करेगा।
इकोनॉमिक सर्वे बजट से पहले होता है बेहद खास
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आम बजट 1 फरवरी 2025 को संसद में पेश करेंगी। बजट में सरकार आम तौर पर अगले वित्त वर्ष में किए जाने वाले कामों और योजनाओं पर होने वाले खर्च का ब्यौरा देती है। लेकिन बजट से ठीक पहले एक और दस्तावेज सरकार संसद में पेश करती है। इसका नाम है इकोनॉमिक सर्वे, हिंदी में इसे आर्थिक समीक्षा या आर्थिक सर्वेक्षण भी कहा जाता है। बजट से पहले आने वाला ये दस्तावेज बेहद अहम होता है। इसमें सरकार इस वित्त वर्ष यानी 2024-25 में देश की GDP का अनुमान और महंगाई समेत कई जानकारियां मुहैया कराएंगी। इकोनॉमिक सर्वे। इससे पता चलता है कि हमारे देश की अर्थव्यवस्था की हालत कैसी है।
इकोनॉमिक सर्वे हर साल बजट से पहले वित्त मंत्रालय की ओर से पेश किया जाता है। यह रिपोर्ट भारतीय अर्थव्यवस्था के मौजूदा प्रदर्शन, प्रमुख आर्थिक संकेतकों, और आने वाले सालों में अर्थव्यवस्था के विकास की संभावनाओं के बारे में विस्तार से बताया जाता है। इस साल की समीक्षा में अर्थव्यवस्था के लिए बड़े जोखिम, राजकोषीय नीति, मुद्रास्फीति और निवेश के अवसरों पर विशेष रूप से ध्यान दिया जा सकता है।