एशियन डेवलपमेंट बैंक (ADB) ने मौजूदा वित्त वर्ष के लिए भारत की ग्रोथ रेट अनुमान को घटा दिया है। ADB ने आज 20 सितंबर को इसे 6.4 फीसदी से घटाकर 6.3 फीसदी कर दिया है। एडीबी का कहना है कि अनियमित मानसून के चलते कृषि उपज के प्रभावित होने की आशंका है। इसके अलावा, ADB ने कहा कि निर्यात में सुस्ती भी ग्रोथ रेट अनुमान घटाने की एक वजह है। अप्रैल के अपने अनुमान में एडीबी ने भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 6.4 फीसदी रहने की बात कही थी।
ADB ने अपनी रिपोर्ट में क्या कहा?
ADB ने ‘एशियन डेवलपमेंट आउटलुक सितंबर 2023’ हेडिंग के साथ जारी अपनी रिपोर्ट में कहा कि घरेलू खपत में मजबूती और कंज्यूमर सेंटीमेंट बेहतर होने से वित्त वर्ष 2023-24 के बचे हुए समय और अगले वित्त वर्ष में भी भारत की वृद्धि दर को मजबूती मिलती रहेगी। सरकारी पूंजीगत व्यय में बड़े पैमाने पर बढ़ोतरी से भी इसे मदद मिलेगी।
एडीबी ने आगे कहा, ‘निर्यात में आ रही सुस्ती अर्थव्यवस्था के लिए मुश्किल हालात पैदा कर सकती है। और बारिश में अनियमितता से कृषि उपज कम होने की आशंका है। इस स्थिति में मौजूदा वित्त वर्ष के लिए जीडीपी ग्रोथ रेट में मामूली बदलाव करते हुए 6.3 फीसदी कर दिया गया है।’
अगले वित्त वर्ष के लिए ये है अनुमान
एडीबी ने अगले वित्त वर्ष के लिए अपने वृद्धि दर अनुमान को 6.7 फीसदी पर बरकरार रखा है। उसका कहना है कि निजी निवेश और इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन में वृद्धि होने से जीडीपी ग्रोथ को रफ्तार मिलेगी। भारत की जीडीपी मौजूदा वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में 7.8 फीसदी की दर से बढ़ी थी जिसमें सर्विस सेक्टर और बढ़े हुए निवेश की अहम भूमिका रही।