देश की खुदरा महंगाई (Retail Inflation) जून में पिछले महीने की तरह ही 7 फीसदी से थोड़ी अधिक रह सकती है। हालांकि यह अभी आरबीआई (RBI) की अधिकतम टॉलरेंस लिमिट (6 फीसदी) से थोड़ी अधिक होगी। यह लगातार छठा महीना होगा, जब देश की खुदरा महंगाई दर आरबीआई की टॉलरेंस लिमिट से अधिक रहेगी।
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के एक पोल के मुताबिक सर्विस और फूड की लागत में हुई बढ़ोतरी का फ्यूल और कूकिंग ऑयल की कीमतों में आई गिरावट भरपाई हो गया है। रॉयटर्स ने 4 से 8 जुलाई के बीच 42 अर्थशास्त्रियों के बीच एक पोल कराया, जिसमें उन्होंने जून में भारत के कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (CPI) आधारित खुदरा महंगाई दर के 7.03 फीसदी पर रहने का अनुमान जताया है, जो पिछले महीने मई में 7.04% थी।
वहीं मनीकंट्रोल के कराए एक पोल में जून में भारत की खुदरा महंगाई दर 7% रहने का अनुमान जताया गया। मनीकंट्रोल ने यह पोल 17 अर्थशास्त्रियों के बीच कराया था। बता दें कि भारत सरकार की तरफ से सांख्यिकी मंत्रालय मंगलवार 12 जुलाई को शाम 5:30 बजे महंगाई दर के आधिकारिक आंकड़े जारी करेगा।
HDFC Bank में अर्थशास्त्री स्वाति अरोड़ा ने बताया, "अनाज और सब्जियों के दाम ऊंचे स्तर पर बने रहने की उम्मीद थी हालांकि इस दौरान एडिबल ऑयल की कीमतों में ड्यूटी घटने और इंडोनेशिया की तरफ से इंपोर्ट बैन हटाने के बाद गिरावट आई है।"
डिपार्टमेंट ऑफ कंज्यूमर अफेयर्स के मुताबिक, जून में चावल, गेहूं और आटा की कीमतें पिछले महीने के मुकाबले 0.7 से 2.1 फीसदी बढ़ी है। सब्जियों में टमाटर की कीमत पिछले एक महीने में 20.6% बढ़ी है, जबकि आलू और प्याज की कीमतों में क्रमश: 9.9 फीसदी और 2.3 फीसदी बढ़ी है।
हालांकि इस दौरान सभी पांचों दाल- चना, तूर, उड़द, मूंग और मसूर दाल की कीमतों में 0.2 से 0.6 फीसदी के बीच बढ़ोतरी हुई है। इस बीच एडिबल ऑयल की कीमतों में 0.1 फीसदी से लेकर 2.3 फीसदी तक की गिरावट आई है। सिर्फ वनस्पति तेल ही ऐसा है, जो जून में 0.6 फीसदी बढ़ा है।
मनीकंट्रोल के पोल में किस संस्थान के अर्थशास्त्री ने जून में कितने फीसदी महंगाई दर रहने का अनुमान जताया है, इसे आप नीचे देख सकते हैं-