Gross Domestic Product : मार्च, 2022 में समाप्त चालू वित्त वर्ष के दौरान भारत के ग्रॉस डॉमेस्टिक प्रोडक्ट (जीडीपी) में 9.2 फीसदी की बढ़ोतरी होगी। सरकार द्वारा जारी पहले एडवांस इस्टीमेट में यह बात सामने आई है। कोरोना वायरस की दूसरी लहर से पैदा अव्यवस्थाओं के बाद धीरे-धीरे सामान्य स्थिति में लौटने के साथ जुलाई-सितंबर के दौरान इंडियन इकोनॉमी ने रफ्तार पकड़ी है।
भारत दुनिया की सबसे तेज ग्रोथ वाली इकोनॉमीज में से एक
सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में जीडीपी में 8.4 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई। इस प्रकार भारत सबसे तेजी से विकसित होने वाली बड़ी इकोनॉमीज में से एक बना हुआ है।
रियल जीडीपी में 9.2 फीसदी ग्रोथ का अनुमान
स्टैस्टिटिक्स एंड प्रोग्राम इम्प्लीमेंटेशन ने एक बयान में कहा, “रियल जीडीपी या कांस्टैंट प्राइस (2011-12) पर 2021-22 में जीडीपी 147.54 करोड़ रुपये का अनुमान है, जबकि 31 मई, 2021 को जारी वित्त वर्ष 2020-21 के लिए जीडीपी की प्रोविजनल इस्टीमेट 135.13 लाख करोड़ रुपये रहा था। 2021-22 के दौरान रियल जीडीपी में 9.2 फीसदी की ग्रोथ रहने का अनुमान है, जबकि 2020-21 में इसमें 7.3 फीसदी की कमी दर्ज की गई थी।”
वहीं, 2021-22 में रियल जीवीए 8.6 फीसदी की ग्रोथ के साथ 135.22 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान है, जबकि 2020-21 में 124.53 लाख करोड़ रुपये था।