इंडिया की ग्रोथ में उसकी अपनी ताकत की बड़ी भूमिका होगी। सहिष्णुता और सबके लिए सम्मान की अपनी ऐतिहासिक संस्कृति को आधार बनाते हुए इंडिया को ग्लोबल सप्लाई चेन के लिए खुद को अहम बनाना होगा। Reserve Bank of India (RBI) के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन (Raghuram Rajan) ने यह बात कही है। उन्होंने कहा कि इंडिया में सर्विस इंडस्ट्री में लीडरशिप रोल निभाने की क्षमता है। इसे अपने उदार लोकतांत्रिक मूल्यों को और मजबूत बनाने की जरूरत है। दुनिया का भरोसा हासिल करने के लिए यह आर्थिक रूप से भी जरूरी है। उन्होंने 'Ideas for India' कॉन्फ्रेंस में ये बातें कहीं।
सर्विसेज पर फोकस करने से फायदा
इंडिया का मुकाबले चीन से है, जहां मैन्युफैक्चरिंग बहुत सस्ता है। इस बारे में राजन ने कहा कि इंडिया को मैन्युफैक्चरिंग के सर्विसेज कंपोनेंट या ग्लोबल सप्लायर के रूप में सीधे सर्विसेज पर फोकस करने से फायदा होगा। उन्होंने कहा, "अगर हम मैन्युफैक्चरिंग सर्विस आधारित ग्रोथ के रास्ते पर चलते हैं हमें हमारी स्वतंत्र न्यायपालिका, उदार लोकतंत्र का फायदा मिलेगा। ये हमारे लिए खास फायदे हैं, क्योंकि इससे हमें दुनिया का भरोसा जीतने में मदद मिलेगी।"
दुनिया का भरोसा जीतना होगा
RBI के पूर्व गवर्नर ने कहा कि हम भारतीय के रूप में लोकतंत्र चाहते हैं, लेकिन हम यह भी चाहते हैं कि हमारे लोकतंत्र से दुनिया को यह मैसेज जाना चाहिए कि हम पर भरोसा किया जा सकता है। यह भी कि हम कुछ खास तरह के सर्विसेज के बड़े सप्लायर बन सकते हैं। हमें अपनी संस्थाओं को मजबूत बनाने के लिए मेहनत करनी पड़ेगी। हमें अपने लोकतंत्र को और मजबूत बनाने के लिए कोशिश करनी होगी।
चीन की कमियों का फायदा उठाने का मौका
उन्होंने 5G टेक्नोलॉजी का उदाहरण देते हुए कहा कि दुनिया किसी अधिकारवादी देश (authoritarian country) की तरफ से बेचे जाने वाले ऐसे अहम इंफ्रास्ट्रक्चर पर भरोसा नहीं करेगी। इसकी वजह यह है कि पर्दे के पीछे की गतिविधियों को लेकर चिंता बनी रहेगी। उन्होंने कहा, "जब आप कंसल्टेंसी सर्विसेज देते हैं तो आपको यह भरोसा दिलाना होता है कि आप उनकी कंपनियों के कामकाज में ताकझाक की कोशिश नहीं करेंगे। आप यह जानने की कोशिश नहीं करेंगे कि वे क्या कर रहे हैं और इसका इस्तेमाल उन्हें ब्लैकमेल करने के लिए नहीं करेंगे।"
मानव संसाधन को सक्षम बनाना जरूरी
राजन ने कहा, "इसके लिए आपको उन्हें भरोसा दिलाना होगा कि आप कानून के हिसाब से काम करते हैं। इसके लिए हमें अपने लोकतंत्र को मजबूत बनाना होगा। हमें अपने चेक एंड बैलेंसेज पर ध्यान देना होगा। अपने डेटा प्रोटेक्शन लॉ पर ध्यान देना होगा। ऐसा करना हमारे आर्थिक हित में होगा। इससे हमें चीन, वियतनाम और रूसी कंपनियों का मुकाबला करने में मदद मिलेगी।" उन्होंने कहा कि सरकार का फोकस मानवीय संसाधन पर होना चाहिए। हमें मैन्युफैक्चरिंग में उन प्रोडक्ट्स से परे सोचना होगा, जिनकी पहले से प्रचुर उपलब्धता है।