RBI Monetary Policy Live: रिजर्व बैंक ने लगातार तीसरी बार पॉलिसी रेट बढ़ा दिया है। इस बार RBI की मॉनेटरी पॉलिसी कमिटी ने रेपो रेट में 50 बेसिस अंक यानि 0.50% का इजाफा कर दिया है। महंगाई पर काबू पाने के लिए रिजर्व बैंक मई की मौद्रिक समीक्षा में 0.50% रेपो रेट बढ़ा चुका है। इससे पहले फरवरी में भी रिजर्व बैंक ने रेपो रेट में 0.40% का इजाफा किया था
RBI Monetary Policy Live: रिजर्व बैंक की मॉनेटरी पॉलिसी कमिटी की बैठक का आज तीसरा दिन है। RBI आज पॉलिसी रेट का ऐलान कर सकता है। नुमान है कि रिजर्व बैंक आज पॉलिसी रेट में 0.35% का इजाफा कर सकता है। RBI की मॉनिटरी पॉलिसी का फोकस इसबार भी ग्रोथ पर रहेगा। रिजर्व बैंक आज 0.25-0.35 bps इंटरेस्ट रेट बढ़ा सकता है, बढ़ जाएगा EMI का बोझ।
अभी इनफ्लेशन RBI के लिए सबसे बड़ा इंतहान है। 12 मई
RBI Monetary Policy Live: रिजर्व बैंक की मॉनेटरी पॉलिसी कमिटी की बैठक का आज तीसरा दिन है। RBI आज पॉलिसी रेट का ऐलान कर सकता है। नुमान है कि रिजर्व बैंक आज पॉलिसी रेट में 0.35% का इजाफा कर सकता है। RBI की मॉनिटरी पॉलिसी का फोकस इसबार भी ग्रोथ पर रहेगा। रिजर्व बैंक आज 0.25-0.35 bps इंटरेस्ट रेट बढ़ा सकता है, बढ़ जाएगा EMI का बोझ।
अभी इनफ्लेशन RBI के लिए सबसे बड़ा इंतहान है। 12 मई को आए इनफ्लेशन के डेटा से महंगाई तेजी से बढ़ने की पुष्टि हुई थी। अप्रैल में इनफ्लेशन बढ़कर 7.79 फीसदी पर पहुंच गया, जो 8 साल में रिटेल इनफ्लेशन का सबसे ऊंचा स्तर है।
मनीकंट्रोल के पोल में शामिल ज्यादातर अर्थशास्त्रियों का मानना था कि 8 जून को रेपो रेट में 0.40 फीसदी वृद्धि की जा सकती है। इसके बाद रेपो रेट बढ़कर 4.80 फीसदी हो जाएगा। लंबे समय बाद आरबीआई ने मॉनेटरी पॉलिसी का रुख बदला है। इससे पहले उसने कई बार रेपो रेट में कमी की थी।
सरकार ने महंगाई को बढ़ने से रोकने के लिए कई कदम उठाए हैं। उसने पेट्रोल-डीजल पर ड्यूटी घटाई है। कुछ खाद्य तेलों पर भी ड्यूटी में कमी की गई है। गेहूं के एक्सपोर्ट पर रोक लगा दी गई है। चीनी के एक्सपोर्ट के लिए अधिकतम सीमा तय कर दी गई है।
क्या है महंगाई का अनुमान?:
रिजर्व बैंक के गवर्नर ने पूरे फिस्कल ईयर 2023 के लिए महंगाई दर 6.7% रहने का अनुमान जताया है।
फिस्कल ईयर 2023 की दूसरी तिमाही में महंगाई दर 7.1% रह सकता है।
फिस्कल ईयर 2023 की तीसरी तिमाही में महंगाई दर 6.4% रह सकता है।
फिस्कल ईयर 2023 की चौथी तिमाही में महंगाई दर 5.8% रह सकता है।
वहीं फिस्कल ईयर 2024 की पहली तिमाही में महंगाई दर 5% रहने की उम्मीद है।