Retail Inflation: देश को दिसंबर महीने के दौरान महंगाई में थोड़ी राहत मिली। दिसंबर महीने के दौरान देश की खुदरा महंगाई दर (Retail Inflation Rate) धीमी होकर 5.72 फीसदी रही, जो इससे पहले नवंबर में 5.88 फीसदी रही थी। यह लगातार तीसरा महीना है, जब खुदरा महंगाई दर में गिरावट दर्ज की गई है। साथ ही यह लगातार दूसरा महीना है, जब महंगाई दर RBI की ओर से तय 2 से 6 फीसदी के दायरे के अंदर रही है। सांख्यिकी मंत्रालय ने गुरुवार 12 जनवरी को जारी आधिकारिक आकंड़ों में यह जानकारी दी। बता दें कि खुदरा महंगाई दर को कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (CPI) के आधार पर मापा जाता है।
खुदरा महंगाई में गिरावट अर्थशास्त्रियों के अनुमानों से भी अधिक रही है। मनीकंट्रोल के एक पोल में, अर्थशास्त्रियों ने दिसंबर में खुदरा महंगाई दर के 5.9 फीसदी पर रहने का अनुमान जताया था।
दिसंबर में खुदरा महंगाई की रफ्तार धीमी पड़ने की एक मुख्य वजह खाने-पीने से जुड़ी वस्तुओं की कीमतों में गिरावट रही। दिसंबर महीने में फूड इंफ्लेशन रेट कम होकर 4.19 फीसदी रहा, जो इससे पहले दिसंबर में 4.67 फीसदी रहा था।
सब्जियों के दाम में दिसंबर महीने के दौरान 15 फीसदी की कमी देखी गई। जबकि इससे पहले नवंबर में इसमें 8 फीसदी की कमी देखी गई थी। फूड इंफ्लेशन में गिरावट को आम जनता के लिए अच्छी खबर कहा जा सकता है क्योंकि एक औसत भारतीय परिवार के बजट का एक अच्छा हिस्सा इसी मद में खर्च होता है।
हाउसिंग की कीमतों में भी दिखी नरमी
फूड के अलावा दिसंबर के दौरान हाउसिंग की कीमतों में भी नरमी देखी गई, जो एक सुखद आश्चर्य रहा। हाउसिंग इंफ्लेशन में मंथली आधार पर दिसंबर महीने के दौरान 0.6 फीसदी की गिरावट रही। पिछले 6 महीनों में यह पहला मौका है, जब हाउसिंग इंफ्लेशन में गिरावट दर्ज की गई है।
दिसंबर महीने के खुदरा महंगाई के आंकड़े को विस्तार से आप नीचे दिए टेबल में देख सकते हैं-