अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने भारत पर जवाबी टैरिफ लगाने का ऐलान किया है। दरअसल, भारत, अमेरिका पर जो टैरिफ लगाता है, वह भारत द्वारा अमेरिका पर लगाए जाने वाले टैरिफ के मुकाबले ज्यादा है। अमेरिकी राष्ट्रपति का कहना था, 'हम टैरिफ को लेकर भारत पर जवाबी कार्रवाई कर रहे हैं। हम उतना टैरिफ ही लगाएंगे, जितना वह लगाता है।'
इंटरनेशनल ब्रोकरेज फर्म मॉर्गन स्टैनली के मुताबिक, जवाबी टैरिफ के सीधे असर को मैनेज किया जा सकता है। हालांकि, इसका अप्रत्यक्ष असर ज्यादा चिंता की बात है। इसके तहत कारोबारी भरोसा डगमगा सकता है। इसके अलावा, मॉर्गन स्टैनली का यह भी कहना था कि कारोबारी भरोसे को लेकर अनिश्चितता जारी रहने से जोखिम लेने का सिलसिला कम हो सकता है। साथ ही, अमेरिकी डॉलर में भी तेजी देखने को मिल सकती है।
भारत के जीडीपी में एक्सपोर्ट का अहम योगदान है। पांच साल के औसत हिसाब से जीडीपी में कुल एक्सपोर्ट की हिस्सेदारी तकरीबन 20.8 पर्सेंट है। इसके अलावा, भारत के लिए अमेरिका अहम ट्रेडिंग पार्टनर है। 2024 में भारत के कुल एक्सपोर्ट में अमेरिका की हिस्सेदारी 17.7 पर्सेंट है। इस दौरान अमेरिका के कुल इंपोर्ट में भारत का हिस्सा 2.7 पर्सेंट था।
भारत के सर्विसेज एक्सपोर्ट के लिए अमेरिका अहम बाजार है। मॉर्गन स्टैनली का कहना था, 'भारत का अमेरिका के साथ ट्रेड सरप्लस है और कैलेंडर ईयर 2024 में यह आंकड़ा 45 अरब डॉलर रहा। अमेरिका का जिन देशों के साथ ट्रेड सरप्लस है, उसमें भारत सातवें पायदान पर है।'