JEE Advanced Result 2022: जेईई एडवांस्ड में टॉप करने वाले आर के शिशिर कितने घंटे पढ़ाई करते थे? खुद बताया सफलता का राज

आईआईटी बॉम्बे जोन के आर. के. शिशिर (RK Shishir) ने जेईई एडवांस्ड में टॉप किया है। परीक्षा आयोजित कराने वाले आईआईटी बॉम्बे के अनुसार, शिशिर को 360 में से 314 अंक मिले हैं

अपडेटेड Sep 11, 2022 पर 4:21 PM
Story continues below Advertisement
शिशिर लगातार मेहनत कर रहे थे, लेकिन उनका दावा है कि उन्होंने कभी लगातार 12-14 घंटे पढ़ाई में नहीं लगाए

JEE Advanced Result 2022: इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (IIT) बॉम्बे ने आखिरकार रविवार को जेईई एडवांस्ड का रिजल्ट (JEE Advanced 2022 Result) जारी कर दिया। इसके अलावा इस साल के IIT JEE टॉपर्स की लिस्ट भी जारी कर दी गई है। आईआईटी बॉम्बे जोन के आर. के. शिशिर (RK Shishir) ने जेईई एडवांस्ड में टॉप किया है। परीक्षा आयोजित कराने वाले आईआईटी बॉम्बे के अनुसार, शिशिर को 360 में से 314 अंक मिले हैं।

वहीं, महिलाओं में दिल्ली जोन की तनिष्का काबरा 277 अंकों के साथ शीर्ष स्थान पर रहीं। तनिष्का ने 360 में से 277 मार्क्स के साथ कॉमन रैंक लिस्ट (CRL) में 16वां स्थान प्राप्त किया है। इस परीक्षा में 1.5 लाख से अधिक अभ्यर्थी बैठे थे और 40,000 से ज्यादा परीक्षार्थियों ने सफलता प्राप्त की है।

ये भी पढ़ें- ED Raid: मोबाइल गेमिंग ऐप धोखाधड़ी मामले में कोलकाता का कारोबारी फरार, 17.32 करोड़ रुपये नकदी जब्त


आईआईटी बॉम्बे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि कुल अंकों की गणना गणित, भौतिक विज्ञान और रसायन विज्ञान में हासिल अंकों के योग के तौर पर की जाती है। उम्मीदवारों को परीक्षा पास करने के लिए आवश्यक कुल अंकों के साथ ही हर विषय में पास होने योग्य अंक लाने होते हैं।

देशभर के इंजीनियरिंग कॉलेजों में दाखिले की परीक्षा जेईई-एडवांस्ड देने के लिए जेईई-मेन में पास होना जरूरी होता है। इस साल, कुल 160038 उम्मीदवारों ने रजिस्ट्रेशन कराया था और 155538 दोनों पेपरों के लिए उपस्थित हुए, जिनमें से 40712 उम्मीदवारों ने क्वालीफाई किया है।

शिशिर कितने घंटे पढ़ाई करते थे?

कर्नाटक के छात्र शिशिर ने जेईई मेन में शीर्ष रैंक हासिल करने के साथ-साथ राज्य स्तरीय फार्मेसी प्रवेश परीक्षा में भी शीर्ष रैंक हासिल की है। शिशिर लगातार मेहनत कर रहे थे, लेकिन उनका दावा है कि उन्होंने कभी लगातार 12-14 घंटे पढ़ाई में नहीं लगाए जो कि एक आम बात है। News18.com से बात करते हुए उन्होंने कहा है कि यह घंटों की संख्या नहीं बल्कि गुणवत्ता का मामला है जो प्रवेश परीक्षा को क्रैक करते समय मायने रखती है।

नारायण ईटेक्नो स्कूल विद्यारण्यपुरा (Narayana eTechno School Vidyaranyapura) के छात्र शिशिर ने कहा कि तैयारी के दौरान हर एक घंटे के बाद वह छोटे-छोटे ब्रेक लेते थे। हालांकि, नियमित ब्रेक का मतलब फोकस की कमी नहीं था। उनका दावा है कि यह उनकी निरंतरता थी जिसने उनके लिए उन्होंने काफी काम किया। टॉपर ने कहा कि उन्होंने सुनिश्चित किया कि वह हर दिन पढ़ाई करें। वह पिछले दो साल से आईआईटी एंट्रेंस की तैयारी कर रहे थे।

MoneyControl News

MoneyControl News

First Published: Sep 11, 2022 4:20 PM

हिंदी में शेयर बाजार स्टॉक मार्केट न्यूज़,  बिजनेस न्यूज़,  पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App  डाउनलोड करें।