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Aryan Khan के लग्जरी ब्रांड Dyavol X की कीमतें उड़ा देंगी होश, जानिए क्यों लग्जरी ब्रांड्स होते हैं इतने महंगे

आर्यन खान और शाहरुख खान ने हाल ही में एक लग्जरी ब्रांड को लॉन्च किया। Dyavol X रातोंरात काफी फेमस तो हो गया लेकिन लोगों को इसकी कीमतों ने काफी परेशान किया। लग्जरी ब्रांड्स की कीमत अकसर मिडिल क्लास वालों को परेशान करती रही हैं। तो आखिर लग्जरी ब्रांड्स में ऐसा क्या खास है कि इसे लेने का सपना तो सभी देखते हैं लेकिन ये सिर्फ कुछ ही लोगों के लिए बनी है

अपडेटेड May 01, 2023 पर 4:29 PM
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अगर आप भी मन ही मन शाहरुख खान के इस खास ब्रांड के कपड़े खरीदने का सोच रहे हैं तो कीमतें जान आपके होश उड़ जाएंगे

Dyavol X: शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान ने 30 अप्रैल को अपने खास लग्जरी ब्रांड Dyavol X को लॉन्च किया। जहां शाहरुख खान और आर्यन खान को एक ही वीडियो में देख लोग एक्साइटेड हो गए। वहीं Dyavol X को लोगों की नाराजगी का सामना करना पड़ा। लोगों की एक्साइटमेंट तब निराशा में बदल गई जब उन्हें इस खास ब्रांड की कीमतों के बारे में पता चला।

अगर आप भी मन ही मन शाहरुख खान के इस खास ब्रांड के कपड़े खरीदने का सोच रहे हैं तो कीमतें जान आपके होश उड़ जाएंगे। Dyavol X की एक जैकेट की कीमत लगभग 2 लाख है, वहीं स्वैटशर्ट को 33,000 रुपए की कीमत के आस-पास बेचा जा रहा है। यानि हर कोई इस ब्रांड को अपॉर्ड नहीं कर सकता है।

आखिर लग्जरी है क्या जिसे पाने का हर कोई सपना देखता है


लग्जरी क्वालिटी का ही दूसरा नाम है। लग्जरी में उन ब्रांड्स को काउंट किया जाता है जो काफी हटकर और सबसे अलग होते हैं। उनका क्राफ्ट और डिटेलिंग उन्हें सबसे खास बनाता है। लग्जरी ब्रांड्स लोगों के लाइफस्टाइल को भी दिखाते हैं। जहां Louis Vuitton अपनी एलिगेंस के लिए जाना जाता है वहीं Diesel अपनी टफनेस और रफनेस के लिए।

लग्जरी खास दिखने का एहसास, क्वालिटी, कंफर्ट और एलिगेंस से ही निकलकर आया है। वहीं Etail की एक रिपोर्ट के मुताबिक लग्जरी का मतलब समय के साथ काफी बदल गया है। पहले लग्जरी के जो मतलब हुआ करते थे आज की जेनरेशन के लिए वे बिलकुल अलग हैं।

लग्जरी और कीमतों का रिलेशन

2022 में Marriott इंटरनेशनल और Skift रिसर्च ने एक ग्लोबल सर्वे किया था। यूएस, यूके, चीन, मैक्सिको और UAE के 5000 लग्जरी कंज्यूमर्स के बिहेवियर और एटीट्यूड को जिसमें ऑब्जर्व किया गया। इस रिपोर्ट से ये सामने आया कि ज्यादा लग्जरी आइटम्स का इस्तेमाल करने वाले लोग खुद को अपनी उम्र के लोगों से अलग करने के लिए इन्हें खरीदना पसंद करते हैं। उनके लिए लग्जरी सामान खरीदने का मतलब ये नहीं कि वो बहुत ही महंगा हो।

सवाल अब ये है कि फिर लग्जरी ब्रांड की कीमतें लगातार आसमान क्यों छू रही हैं?

अमेरिकन टू शॉट (American Two Shot) की एक रिपोर्ट ने इस पर रिसर्च की। उनके मुताबिक दूसरी फास्ट फैशन फैक्ट्रीज के मुकाबले डिजाइनर ब्रांड्स अपने गार्मेंट्स में सिथेंटिक फाइबर का इस्तेमाल नहीं करते। Hermes और Louis Vuitton जैसे लग्जरी ब्रांड्स की बात करें तो इनमें खास एनिमल लैदर का इस्तेमाल किया जाता है। अपने क्लाइंट्स के खास कंफर्ट के लिए ज्यादातर डिजाइनर स्पेशल ऑर्गेनिक और नैचुरल फाइबर जैसे सिल्क, कॉ़टन और ऊन का ही इस्तेमाल करते हैं।

डिजाइनर कपड़ों में खास तरह की ज्वैलरी जो की हीरे और सोने से बनी है इस्तेमाल होती है। इस वजह से चीजों के दाम दोगुने और तिगुने हो जाते हैं। इन खास लग्जरी आइटम्स की कीमतों में लेबर कॉस्ट भी जुड़ जाती है। इन ब्रांड्स को बनाने में यूरोप और अमेरिका की लेबर का इस्तेमाल किया जाता है। इन महाद्वीपों पर लेबर काफी महंगी मिलती है। एक डिजाइनर के अंडर ज्यादा लोग काम करते हैं जिन्हें अच्छी कीमतों पर रखा जाता है। फैशन डिजाइनर, दर्जी और मटीरियल लाने वालों को ज्यादा पैसा दिया जाता है। सबको एक समान आय दी जाती है क्योंकि ये एक ही लग्जरी ब्रांड पर काम करते हैं।

लग्जरी ब्रांड्स को लग्जरी बनाए रखने के लिए खास मार्केटिंग मेथड का इस्तेमाल किया जाता है। ज्यादा क्वांटिटी में कोई भी चीज बनाने की जगह उसे कुछ ही नंबरों में तैयार किया जाता है। उदाहरण के लिए 100 गार्मेंट बनाने की जगह वो सिर्फ दस ही बनाएंगे और बेचेंगे ताकि वो ब्रांड की क्वांटिटी पर लगाम कस सकें। यही वजह है कि लग्जरी ब्रांड की कीमत इतनी ज्यादा है।

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