Poonam Pandey Defamation: पूनम पांडे लॉक अप सीजन 1 की कंटेस्टेंट कहें या कॉनवुमेन। अपनी बोल्डनेस की वजह से एरॉटिक स्टार के रूप में फेमस पूनम पांडे (Poonam Pandey Death) ने की हाल ही मौत हो गई थी। अचानक से मौत के बाद वो जिंदा (Poonam Pandey Alive) भी हो गईं। फिर उनके फैंस और चाहने वालों को पता चलता है कि खबर तो फेक है। ‘कैंसर की वजह से 32 वर्षीय सेलेब की मौत’- खबर के सामने आने के बाद लोग काफी हैरान थे। ना कोई हेल्थ अपडेट ना ही किसी तरह की स्वास्थ्य संबंधि पोस्ट और अचानक से मौत। ये पूनम पांडे (Poonam Pandey Publicity Stunt) का एक पब्लिसिटी स्टंट साबित हुआ। अब इस मामले में एक नया मोड़ आया है- पूनम पांडे (Poonam Pandey Husband) और उनके पति सैम बॉम्बे के खिलाफ 100 करोड़ रुपए का मानहानि का मुकदमा किया गया है।
Poonam Pandey के खिलाफ FIR दर्ज
फैजान अंसारी नाम के एक व्यक्ति ने पूनम पांडे के खिलाफ कानपुर पुलिस में एक FIR दर्ज करवाई है। FIR के मुताबकि पूनम पांडे और सैम ने अपनी ही झूठी मौत का प्रपंच रचा। कैंसर की गंभीरता को मजाक उड़ाते हुए उन्होंने कई लोगों की भावनाओं का मजाक बनाया। फैजान ने निवेदन किया है कि दोनों को गिरफ्चार किया जाए और कानपुर अदालत में पेश किया जाए।
पूनम पांडे को 100 करोड़ का झटका
FIR में लिखा गया है कि पूनम पांडे और उनके पति सैम बॉम्बे ने अपनी ही मौत का पूरा नाटक गढ़ा। इसके अलावा उन्होंने कैंसर जैसी बीमारी का भी मजाक बना दिया। पूनम ने पब्लिसिटी के लिए सारा ड्रामा किया। लाखों इंडियंस और साथी ही बॉलीवुड इंडस्ट्री के इमोशंस के साथ खेला। फैजान अंसारी ने अपडेट दी कि उसने उनके खिलाफ 100 करोड़ रुपए का मानहानि का केस किया है।
पूनम पांडे के कैंसर की झूठी खबर
बता दें 2 फरवरी को पूनम हर जगह खबर में छाई रहीं। उनके अधिकारिक इंस्टाग्राम हैंडल पर एक पोस्ट में दावा किया गया था कि उनकी मृत्यु सर्वाइकल कैंसर से हुई है। हालांकि एक दिन बाद पूनम ने इंस्टाग्राम पर दिखाई दीं। सोशल मीडिया पर बताया कि उन्होंने सर्वाइकल कैंसर के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए अपनी मौत की झूठी कहानी रची थी।
एक इंस्टाग्राम वीडियो में कहती हैं कि ''मैं जिंदा हूं। मैं सर्वाइकल कैंसर से नहीं मरी। मैं उन सैकड़ों और हजारों महिलाओं के बारे में ऐसा नहीं कह सकती, जिन्होंने सर्वाइकल कैंसर के कारण अपनी जान गंवाई है। सर्वाइकल कैंसर की वजह से मेरी मौत नहीं हुई है लेकिन इसकी वजह से उन हजारों महिलाओं की जान चली जाती है, जो इस बीमारी के बारे में बिलकुल भी नहीं जानती हैं।’'