IAF Helicopter Crash: तमिलानाडु में कुन्नूर के पास बुधवार 8 दिसंबर को हुई हेलीकॉप्टर दुर्घटना में देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (Chief of Defence Staff, CDS) जनरल बिपिन रावत (Bipin Rawat), उनकी पत्नी मधुलिका रावत और 11 अन्य लोगों की दुखद मौत हो गई। सेना के इस हेलिकॉप्टर पर कुल 14 लोग सवार थे।
इस दुर्घटना में ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह (Group Captain Varun Singh) घायल हैं और फिलहाल सैन्य अस्पताल (वेलिंगटन) में उनका इलाज चल रहा है। रावत की हेलिकॉप्टर हादसे में आकस्मिक निधन के बाद अब उनके उत्तराधिकारी को लेकर चर्चाए शुरू हो गई हैं। केंद्र विचार कर रही है कि इस पद पर जनरल रावत का ही समकक्ष कोई पूर्व अधिकारी बैठेगा या मौजूदा सैन्य प्रमुखों में से किसी की नियुक्ति की जाएगी।
न्यूज 18 को सूत्रों से जानकारी मिली है कि नए नाम का ऐलान अगले 7 से 10 दिनों में कर दिया जाएगा। नियमों के मुताबिक कोई भी कमांडिंग या फ्लैग ऑफिसर इस पद के लिए एलिजिबल हैं। नियम के अनुसार, सेना के तीनों अंगों का कोई कमांडिंग अधिकारी या फ्लैग अफसर इस पद के काबिल है। इस पद पर नियुक्त अधिकारी 65 साल की उम्र तक सेवा दे सकता है। CDS के हाथों में तीनों सेना की कमान होती है। यह पद तीनों सेनाओं में समन्वय बनाने के लिए बनाया गया था।
नए CDS के रेस में सबसे आगे थल सेनाध्यक्ष (Chief of Army Staff, COAS) जनरल मनोज मुकुंद नरवणे और पूर्व वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया (सेवानिवृत्त) हैं। जनरल मनोज मुकुंद नरवणे फिलहाल चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ हैं। जनरल नरवणे नौसेना और वायु सेना में अपने समकक्षों से वरिष्ठ अधिकारी हैं। 31 दिसंबर, 2019 को 27वें थल सेनाध्यक्ष के रूप में पदभार संभालने वाले नरवणे ने पहले सेना के उप प्रमुख के रूप में कार्य किया और इससे पहले सेना की पूर्वी कमान का नेतृत्व किया।
न्यूज 18 के मुताबिक, जनरल नरवणे के अलावा सीडीएस बनने की रेस में एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया का नाम भी चर्चा में है। भदौरिया जून 1980 में इंडियन एयर फोर्स की फाइटर स्ट्रीम में शामिल हुए और 42 साल की सेवा के बाद सेवानिवृत्त हुए, जिसके दौरान वो दो मेगा फाइटर एयरक्राफ्ट सौदों में अहम भूमिका निभाई। इसमें 36 राफेल और 83 मार्क 1 ए स्वदेशी तेजस जेट शामिल थे।
बिपिन रावत के निधन के बाद चीन और पाकिस्तान की वजह से सीमा पर भारत के सामने जो सुरक्षा संबंधी चुनौतियां हैं, उसकी वजह से सीडीएस का पद लंबे समय खाली नहीं रखा जा सकता है। एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि सरकार को बिपिन रावत के उत्तारिधाकारी की घोषणा के साथ सैन्य बलों के लिए सक्सेशन प्लान भी लाना होगा, जिसे जल्दी से अंजाम पर पहुंचाया जा सके।