गाजीपुर के वाराणसी-गाजीपुर हाईवे पर शुक्रवार दोपहर को एक भीषण सड़क हादसा हुआ, जब महाकुंभ से गोरखपुर लौट रहे श्रद्धालुओं को एक डंपर ने कुचल दिया। रेवसा गांव के पास हुई इस घटना में पिकअप का डाला टूटने के बाद उसमें सवार श्रद्धालु सड़क पर गिर गए। इस दौरान पीछे से आ रहे डंपर ने उन्हें रौंद दिया, जिससे नौ लोगों की मौत हो गई। मृतकों में चार महिलाएं, चार पुरुष और एक बच्ची शामिल हैं। हादसा इतना भयानक था कि शवों के अंग गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गए थे। घटनास्थल पर खून और मांस के टुकड़े फैले हुए थे, जिससे दृश्य और भी दर्दनाक हो गया।
हादसे के बाद पुलिस और प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई की, और घायलों को अस्पताल भेजा। यह घटना पूरे क्षेत्र में शोक का माहौल बना गई है, और मृतकों के परिवारों में गहरा दुख है।
श्रद्धालु महाकुंभ स्नान के बाद लौट रहे थे
गोरखपुर के बांसगांव क्षेत्र के 25 श्रद्धालु एक सप्ताह पहले महाकुंभ स्नान के लिए प्रयागराज गए थे। शुक्रवार को स्नान के बाद लौटते समय, वे वाराणसी-गाजीपुर हाईवे पर जाम में फंस गए। पिकअप चालक ने बताया कि वे जाम में फंसते हुए प्रयागराज पहुंचे थे और स्नान करने के बाद लौटते समय झूंसी में रात बिताई थी।
हादसे के बाद सड़क पर शवों के टुकड़े बिखरे हुए थे। किसी का सिर धड़ से अलग था, तो किसी की आंतें बाहर आ गई थीं। इस भयावह दृश्य ने पुलिसकर्मियों और स्थानीय लोगों को भी विचलित कर दिया। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया और उनकी पहचान कपड़ों से की गई।
घायलों की स्थिति और मृतकों की पहचान
घायलों के अनुसार, पिकअप डंपर की चपेट में आकर टूट गई थी, जिससे वे सड़क पर गिर पड़े और डंपर ने उन्हें कुचल दिया। हादसे में छह लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि तीन अन्य ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। सभी मृतक गोरखपुर जिले के बांसगांव क्षेत्र के थे।
घटनास्थल पर पुलिस और प्रशासन का दौरा
घटना की सूचना मिलने पर डीएम आर्यका अखौरी और अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने शवों को अस्पताल भेजा और घायलों का इलाज किया। घायलों की स्थिति गंभीर बताई जा रही है।
इस दर्दनाक हादसे में मृतक सभी हरदीचक गांव के थे। वे अमर सिंह (45), नित्या सिंह (5), सुधा चौरसिया (55), सुरेंद्र गुप्ता (54), लीलावती (40), श्याम सुंदर (45), पुष्पा देवी (40), गुलाबी देवी (45), और शोभावती (65) के रूप में पहचाने गए। इस घटना से पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई है। मृतकों के परिजन सदमे में हैं।