January WPI : जनवरी 2025 में थोक महंगाई दर घटकर 2.31 फीसदी पर आ गई है। जनवरी में उपभोक्ता महंगाई दर भी पांच महीनों में पहली बार 5 फीसदी से नीचे रही है। सरकार द्वारा 14 फरवरी को जारी आंकड़ों के मुताबिक भारत की थोक महंगाई जनवरी में घटकर 2.31 फीसदी हो गई जो एक माह पहले दिसंबर में 2.37 फीसदी थी। इस सप्ताह के आरंभ में जारी आंकड़ों के मुताबित खाने-पीने की चीजों की कीमतों में गिरावट के कारण रिटेल महंगाई भी जनवरी में घटकर पांच महीने के निम्नतम स्तर 4.31 फीसदी पर आ गई है, जबकि पिछले महीने यह 5.22 फीसदी थी।
जनवरी में कोर महंगाई पिछले महीने की तुलना में बढ़ी
लेकिन जनवरी में कोर महंगाई पिछले महीने की तुलना में बढ़ी है। जिसमें सर्विस और गैर-खाद्य वस्तुओं दोनों श्रेणियों में बढ़त दर्ज की गई है। सर्विस सेक्टर की महंगाई पहले के 3.5 फीसदी से बढ़कर 3.6 फीसदी हो गई है। जबकि, कोरमहंगाई (सेवाओं को छोड़कर) बढ़कर 3.9 फीसदी हो गई है।
खाद्यान्नों की थोक महंगाई दर दिसंबर के 6.82 फीसदी से बढ़कर 7.33 फीसदी पर रही
जनवरी 2025 के थोक महंगाई आंकड़ों पर नजर डालें तो खाद्यान्नों की थोक महंगाई दर दिसंबर के 6.82 फीसदी से बढ़कर 7.33 फीसदी पर रही है। वही,सब्जियों की महंगाई दर पिछले महीने के 28.65 फीसदी से घटकर 8.35 फीसदी पर रही है। इसकी तरह अंडे, मांस और मछली की WPI दिसंबर के 5.43 फीसदी से घटकर 3.56 फीसदी पर रही है।
खाद्य थोक महंगाई दर दिसंबर के 8.89 फीसदी से घटकर 7.47 फीसदी पर रही
जनवरी में प्याज की थोक महंगाई दिसंबर के 16.81 फीसदी से बढ़कर 28.33 फीसदी पर और आलू की थोक महंगाई पिछले महीने के 93.20 फीसदी से घटकर 74.28 फीसदी पर रही है। प्राइमरी आर्टिकल WPI पिछले महीने के 6.02 फीसदी से घटकर 4.69 फीसदी पर रही है। बने बनाए प्रोडक्ट्स की WPI दिसंबर के 2.14 फीसदी से बढ़कर 2.51 फीसदी पर रही है। Fuel & Power की WPI पिछले महीने के -3.79 फीसदी से बढ़कर -2.78 फीसदी पर रही है। खाद्य थोक महंगाई दर दिसंबर के 8.89 फीसदी से घटकर 7.47 फीसदी पर रही है।