Indian Railways: भारतीय रेलवे यात्रियों की यात्रा को सुखद और आरामदायक बनाने के लिए लगातार बदलाव करता रहता है। भारतीय रेलवे भारत की जीवन रेखा के रूप में देखा जाता है। ट्रेन यात्रा (Train Travelling) के लिए भारतीयों की पहली पसंद भी है। एक ही ट्रेन में रेलवे अलग-अलग कोच के जरिए यात्रियों को कई तरह की सुविधाएं मुहैया कराती हैं। आप अपनी जेब के मुताबिक रेलवे की ओर से मुहैया कराई गई सुविधाओं का चयन कर सकते हैं। इसके लिए फर्स्ट एसी, सेकेंड एसी और थर्ड एसी या स्लीपर जैसे कोच होते हैं।
इन दिनों अब कई ट्रेनों में थर्ड एसी की तरह एसी-3 इकोनॉमी के कोच भी जोड़े जाते हैं। ऐसे में लोगों के मन में आमतौर पर एसी 3 इकोनॉमी और एसी 3 टियर को लेकर कन्फ्यूजन बना रहता है। आइये आज हम आपको इस बारे में विस्तार से जानकारी देते हैं।
AC इकोनॉमी क्लास थर्ड एसी की तरह ही कोच होते हैं। इसमें वही सब सुविधाएं मुहैया कराई जाती हैं जो थर्ड एसी में दी जाती हैं। जिस किसी ट्रेन में एसी3 कोच होते हैं। उनमें इकोनॉमी कोच नहीं होते हैं। दरअसल, एसी3 इकोनॉमी का नाम एसी-3 के नए डिब्बों को दिया गया है। थर्ड एसी में 72 सीटें होती हैं, लेकिन एसी-3 इकोनॉमी में 83 सीटें हैं। इंडियन रेलवे ने AC-3 इकोनॉमी कोच की शुरुआत साल 2021 में की थी। एसी-3 इकोनॉमी कोच पुराने थर्ड एसी के मुकाबले नए हैं। इनमें कई तरह की आधुनिक सुविधाएं जोड़ी गई हैं। इनका डिजाइन भी कुछ खास तरीके से किया गया है।
फिलहाल देश में एसी-3 के 11277 कोच हैं। वहीं, एसी-3 इकोनॉमी के करीब 500 कोच हैं। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, नए कोच के जरिए पहले साल में रेलवे को 231 करोड़ रुपये की कमाई हुई थी। पिछले साल अप्रैल से अगस्त तक रेलवे ने इन कोच के जरिए 177 करोड़ रुपये की कमाई की थी।
यह कोच भी स्लीपिंग बर्थ के साथ फुली एअरकंडीशन्ड (Fully Airconditioned) होती है। हालांकि इसकी सीटें 2AC के जैसी ही व्यवस्थित होती हैं। लेकिन इसमें चौड़ाई के हिसाब से 3 सीटें होती हैं। कुल मिलाकर 8 सीटें एक कोच में होती हैं।