IPS Anshika Verma Success Story: उत्तर प्रदेश पुलिस की तेज-तर्रार युवा अफसरों में IPS अंशिका वर्मा की गिनती सबसे पहले होती है। बरेली की आईपीएस अंशिका वर्मा के काम की अक्सर चर्चा होती है। अंशिका ने 4 साल के करियर में कई बड़े क्राइम केस सॉल्व किए। वीमेंस इम्पावरमेंट के लिए आगरा और गोरखपुर में अभियान चलाए। यूपी के सबसे बड़े स्टांप घोटाले का खुलासा किया। उन्होंने अपने कार्यकाल में सभी मुजरिमों को सलाखों की हवा खिलाई है। अंशिका वर्मा इस समय बरेली साउथ की एएसपी हैं। आइए जानते हैं उनकी सक्सेस स्टोरी के बारे में
B.Tech के बाद सेल्फ स्टडी से UPSC क्रैक किया
बता दें कि अंशिका वर्मा 2021 बैच की आईपीएस अधिकारी हैं। उनका जन्म 1996 में हुआ था और वह प्रयागराज, उत्तर प्रदेश की रहने वाली हैं। उन्होंने 2018 में नोएडा के एक कॉलेज से बी.टेक किया। इसके बाद, उन्होंने यूपीएससी की तैयारी शुरू की। अंशिका ने बिना किसी कोचिंग के खुद से पढ़ाई की और कड़ी मेहनत की। पहले प्रयास में सफलता नहीं मिली, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और अपनी तैयारी जारी रखी।
तेज-तर्रार युवा अफसरों में गिनती
आईपीएस अंशिका वर्मा की पहली पोस्टिंग आगरा के फतेहपुर सीकरी थाने में एसएचओ के रूप में हुई, जहां उन्होंने कानून व्यवस्था बनाए रखने में अपनी जिम्मेदारी निभाई। इसके बाद, 18 दिसंबर 2023 को उन्हें गोरखपुर में एएसपी बनाया गया। अपने अब तक के करियर में उन्होंने जन सुरक्षा और कानून व्यवस्था को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाई।
गोरखपुर में अंशिका वर्मा ने कई अहम मामलों पर काम किया, जिनमें फर्जी स्टांप और मनी म्यूल जैसी घोटालों का खुलासा शामिल था। ये मामले इलाके के लिए बेहद जरूरी थे और उन्होंने आरोपियों को कानून के कटघरे तक पहुंचाने में बड़ी भूमिका निभाई। इन सफल ऑपरेशनों के बाद, उन्हें पुलिस बल और स्थानीय लोगों से काफी सराहना मिली। अपने व्यवस्थित काम करने के तरीके और कानून बनाए रखने की प्रतिबद्धता के कारण वह खास पहचान बना पाईं। गोरखपुर में शानदार काम के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने अंशिका वर्मा को बरेली दक्षिण का एसपी नियुक्त किया गया।
बताया UPSC क्लियर करने के सीक्रेट
आईपीएस अंशिका वर्मा ने न्यूज18 के साथ बातचीत में कहा कि, सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी से पहले सबसे ज़रूरी है कि हम परीक्षा का पूरी तरह से विश्लेषण करें और समझें। उन्होंने यह भी सलाह दी कि हमें पिछले वर्षों के प्रश्न पत्रों का अध्ययन करना चाहिए, ताकि परीक्षा के पैटर्न और सवालों का अंदाज़ा हो सके। इसके अतिरिक्त, उन्होंने टाइम टेबल बनाने का महत्व भी बताया, जिससे कि हम अपनी पढ़ाई को सही दिशा में और व्यवस्थित तरीके से कर सकें।