Air India's Mumbai job drive: मुंबई के कलिना में एयर इंडिया एयरपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड में मंगलवार (16 जुलाई) को वॉक-इन इंटरव्यू के लिए नौकरी की चाह रखने वालों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी, जिससे भगदड़ की स्थिति पैदा हो गई। मुंबई एयरपोर्ट पर लोडर के 2,600 खाली पदों के लिए 25,000 से ज्यादा युवा पहुंच गए थे। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में हजारों युवा बेरोजगारों को इंटरव्यू सेंटर की ओर भागते हुए देखा जा सकता है। कुछ लोगों को सेंटर तक जल्दी पहुंचने के लिए गाड़ियों और पेड़ों पर चढ़ते हुए भी देखा जा सकता है।
भारी भीड़ के बीच, अधिकारियों को भी भगदड़ जैसी स्थिति को रोकने के लिए हस्तक्षेप करना पड़ा। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि नौकरी पाने की चाह में युवा किस तरह बेताब थे। स्थिति नियंत्रण से बाहर होने के कारण, आवेदकों को केवल अपना बायोडाटा जमा करने और फिर कैंपस छोड़ने के लिए कहा गया।
2,600 खाली पदों पर होनी थी भर्ती
एयर इंडिया एयरपोर्ट सर्विसेज ने 2,600 खाली पदों के लिए वॉक-इन इंटरव्यू खोले थे। सरकारी स्वामित्व वाली एयर इंडिया एयरपोर्ट सर्विसेज ने लगभग 2,000 एयरपोर्ट लोडर, 400 एयरपोर्ट ड्राइवर और 200 ग्राउंड हैं डलिंग टेक्नीशियन के लिए वॉक-इन इंटरव्यू निर्धारित किया था। नौकरी चाहने वाले अपने आवेदन और दस्तावेजों के साथ खाली पदों के बारे में जानने के बाद सहार कार्गो कॉम्प्लेक्स के पास गेट नंबर 5 पर एकत्र हुए।
मौके पर हालात इतने खराब हो गए कि युवाओं को कई लोगों को घंटों तक बिना खाने-पीने के इंतजार करना पड़ा, जिसकी वजह से कई लोगों की तबीयत भी बिगड़ गई। एयरपोर्ट लोडर का काम फ्लाइट में सामान लोड और अनलोड करने के साथ-साथ बैगेज बेल्ट और रैंप ट्रैक्टर चलाने का होता है।
भर्ती अभियान 16 जून को सुबह 10 बजे शुरू हुआ। हालांकि, दोपहर 2 बजे तक मुंबई एयरपोर्ट के बाहरी इलाके कलिंगा में 10,000 से अधिक लोग मौके पर पहुंच गए थे। कुल मिलाकर, एयर इंडिया एयरपोर्ट सर्विसेज को करीब 25,000 उम्मीदवारों से आवेदन प्राप्त हुए। एक अधिकारी के अनुसार, बाद में, एयरपोर्ट के अधिकारियों ने इंटरव्यू के लिए 200 आवेदकों का चयन किया।
इन पदों के लिए न्यूनतम योग्यता SSC/10वीं पास और अधिकतम आयु 23 वर्ष थी। जबकि सैलरी 22,530 रुपये प्रति माह निर्धारित किया गया था। ये पद तीन साल के निश्चित अवधि के कॉन्ट्रेक्ट के आधार पर दिया गया था। एयरपोर्ट लोडर की सैलरी 20,000 रुपये से 25,000 रुपये प्रति माह के बीच होता है, जिसमें से अधिकांश ओवरटाइम भत्ते के बाद 30,000 रुपये से अधिक कमाते हैं।
नौकरी के लिए शैक्षणिक योग्यता तो बुनियादी है, लेकिन उम्मीदवारों को शारीरिक रूप से मजबूत होना चाहिए। महाराष्ट्र के नेता प्रतिपक्ष विजय वडेट्टीवार ने इस स्थिति के लिए राज्य सरकार की आलोचना की।