Kolkata Doctor Rape-Murder Case Highlights: कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में महिला डॉक्टर के साथ हुए रेप और हत्या के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) से 22 अगस्त तक स्टेटस रिपोर्ट मांगी है। इसके साथ ही SC ने एक 10 सदस्यीय नेशनल टास्क फोर्स का गठन किया है। ये अस्पतालों में काम कर रहे डॉक्टर्स की सुरक्षा को लेकर रिपोर्ट देगा। टास्क फोर्स 3 सप्ताह में अंतरिम रिपोर्ट देगी, जबकि 2 महीने के भीतर फाइनल रिपोर्ट सौंपेगी। मामले में अपडेट के लिए बने रहिए hindi.moneycontrol.com के साथ
Kolkata Doctor Rape-Murder Case Highlights: पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के सरकारी आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल में 31 साल की पोस्टग्रेजुएट जूनियर डॉक्टर के साथ रेप और हत्या के बाद से पूरे देश में आक्रोश का माहौल है। देश के अलग-अलग राज्यों में जूनियर डॉक्टर, मेडिकल छात्रा और डॉक्टर सड़क पर उतरकर आक्रोश व्यक्त कर रहे हैं। इस मामले को लेकर देश भर में डॉक्टरों की हड़ताल चल रही
Kolkata Doctor Rape-Murder Case Highlights: पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के सरकारी आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल में 31 साल की पोस्टग्रेजुएट जूनियर डॉक्टर के साथ रेप और हत्या के बाद से पूरे देश में आक्रोश का माहौल है। देश के अलग-अलग राज्यों में जूनियर डॉक्टर, मेडिकल छात्रा और डॉक्टर सड़क पर उतरकर आक्रोश व्यक्त कर रहे हैं। इस मामले को लेकर देश भर में डॉक्टरों की हड़ताल चल रही है। इस बीच, सुप्रीम कोर्ट ने डॉक्टर के कथित बलात्कार और हत्या से संबंधित मामले पर मंगलवार को सुनवाई की। चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (CJI) डी.वाई. चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पीठ ने घटना का स्वत: संज्ञान लेते हुए सीबीआई से स्टेटस रिपोर्ट मांगी है।
कोलकाता रेप-मर्डर में सुप्रीम कोर्ट ने पूछा कि जब आरजी कर मेडिकल कालेज एवं अस्पताल केप्रिंसिपल का आचरण जांच के घेरे में है तो उन्हें कैसे तुरंत किसी दूसरे कॉलेज में नियुक्त कर दिया गया। इस बीच, मामले की जांच कर रही केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) को आरोपी सिविक वालंटियर की पॉलीग्राफ टेस्ट कराने की अनुमति मिल गई है।
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि ऐसा लगता है कि अपराध का पता सुबह-सुबह ही चल गया था, लेकिन मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल ने इसे आत्महत्या बताने की कोशिश की। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि वह मीडिया में मृतका का नाम प्रकाशित होने से बहुत चिंतित है। सुप्रीम कोर्ट ने कोलकाता बलात्कार-हत्या मामले से जुड़ी याचिका पर अगली सुनवाई के लिए 22 अगस्त की तारीख तय की है।
इस मामले को लेकर देश भर में विरोध-प्रदर्शन का दौर जारी है। तमाम अस्पतालों के डॉक्टरों ने इस घटना में शामिल सभी आरोपियों के लिए सख्त से सख्त सजा की मांग की है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने भी कहा है कि दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए। इसके अलावा घटना के कारणों की भी जांच हों और डॉक्टरों की सुरक्षा में सुधार के लिए तत्काल कदम उठाए जाएं।
कोलकाता के सरकारी आरजी कर अस्पताल में 9 अगस्त को कथित बलात्कार के बाद डॉक्टर की हत्या कर दी गई थी। आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल की ट्रेनी महिला डॉक्टर का शव रहस्यमय परिस्थितियों में मिला था। वह अस्पताल में पोस्टग्रेजुएट सेकंड ईयर की मेडिकल छात्रा थी। वह चेस्ट मेडिसिन विभाग में हाउस स्टाफ के रूप में भी काम कर रही थी। अस्पताल के कर्मचारियों ने आपातकालीन बिल्डिंग की चौथी मंजिल पर उनका शव देखा था। इस मामले में सीबीआई जांच कर रही है।
फास्ट-ट्रैक कोर्ट में मामले की होगी सुनवाई
बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी मामले को फास्ट-ट्रैक कोर्ट में ले जाने के निर्देश दिए है। उन्होंने कहा है कि अगर जरूरत पड़ी तो आरोपियों को फांसी की सजा दी जाएगी। डॉक्टरों के विरोध को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास करने का आश्वासन दिया है। मंत्रालय द्वारा एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि स्वास्थ्य पेशेवरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक समिति गठित की जाएगी। यह आश्वासन फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन और दिल्ली के सरकारी मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों के रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के प्रतिनिधियों द्वारा दिल्ली में केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अधिकारियों के साथ मुलाकात के बाद आया।