केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने कोर्ट को बताया है कि आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष, 'गलत तरीक से लाभ' कमाने के लिए 'दूसरे सह-आरोपियों' के साथ मिलकर एक 'आपराधिक सांठगांठ' में शामिल थे। घोष उसी अस्पताल के प्रिंसिपल थे, जहां एक ट्रेनी डॉक्टर के साथ रेप और हत्या हुई थी। CBI के मुताबिक, घोष ने मुर्शिदाबाद के दो वेंडर को ठेके दिए, जहां वह पहले तैनात थे। एजेंसी ने यह भी आरोप लगाया कि उन्होंने अस्पताल में कैफे चलाने का ठेका अपने सुरक्षा अधिकारी की पत्नी को दिया।
