Land For Job Case: ED के सामने पेश हुए लालू यादव, नौकरी के बदले जमीन मामले में होगी पूछताछ

Land For Job Case: ED की तरफ से कोर्ट में दाखिल चार्जशीट के मुताबिक यह कथित घोटाला उस समय का है जब लालू प्रसाद यादव कांग्रेस की अगुवाई में संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (UPA) सरकार के पहले कार्यकाल में रेल मंत्री थे। यह मामला लालू के रेल मंत्री (2004-2009) रहने के दौरान रेलवे के पश्चिम जोन में 'ग्रुप-डी' के पदों पर नियुक्ति से संबंधित है

अपडेटेड Jan 29, 2024 पर 11:11 AM
Story continues below Advertisement
Lalu Prasad Yadav: 19 जनवरी को ED की टीम बिहार की पूर्व सीएम राबड़ी देवी के आवास पर पहुंची थी

Land For Job Case: राष्ट्रीय जनता दल (RJD) प्रमुख लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) आज यानी सोमवार (29 जनवरी) को प्रवर्तन निदेशालय (ED) के सामने पेश हुए। जमीन के बदले रेलवे में नौकरी देने के मामले में ED ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद को आज पेश होने के लिए बुलाया था। इस मामले में ED की टीम को लालू से पूछताछ करनी है। ED ने कथित जमीन के बदले रेलवे में नौकरी के घोटाले से जुड़े मनी लांड्रिंग मामले में लालू प्रसाद और उनके बेटे तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) को अपने पटना ऑफिस में पूछताछ के लिए पेश होने को लेकर फिर से समन जारी किया था।

समन के तहत लालू प्रसाद यादव को 29 जनवरी यानी आज पेश होने के लिए कहा गया था। जबकि तेजस्वी यादव को 30 जनवरी को पूछताछ के लिए बुलाया गया है। लालू यादव पटना स्थित ED के ऑफिस में पहुंच चुके हैं। 19 जनवरी को ED की टीम बिहार की पूर्व सीएम राबड़ी देवी के आवास पर पहुंची थी। वहां एजेंसी ने तेजस्वी यादव के सुरक्षाकर्मी को समन रिसीव कराया था।

लालू की दो बेटियों के नाम भी शामिल


दिल्ली की एक अदालत ने नौकरी के बदले जमीन घोटाले मामले में बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और उनकी बेटी मीसा भारती तथा हेमा यादव सहित अन्य को भी तलब किया है। अदालत ने रेलवे में नौकरी के बदले जमीन से जुड़े मनी लांड्रिंग मामले में उनके खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय के आरोप पत्र पर संज्ञान लेने के बाद इन्हें तलब किया है। विशेष जज विशाल ने आरोपियों को 9 फरवरी को अदालत में पेश होने का निर्देश देते हुए कहा कि मामले में आगे बढ़ने के लिए पर्याप्त आधार हैं।

जज ने व्यवसायी अमित कात्याल के खिलाफ भी पेशी वारंट जारी किया, जो फिलहाल मामले में न्यायिक हिरासत में हैं। RJD प्रमुख लालू प्रसाद के परिवार के एक कथित करीबी सहयोगी कात्याल (49), रेलवे कर्मचारी एवं कथित लाभार्थी हृदयानंद चौधरी, दो फर्म 'ए के इंफोसिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड' और 'ए बी एक्सपोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड' को उनके साझा निदेशक शारिकुल बारी के माध्यम से भी आरोप पत्र में नामजद किया गया है।

इस मामले में कात्याल को पिछले साल नवंबर में ED ने गिरफ्तार किया था। वहीं, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद को एजेंसी ने तलब किया था, लेकिन वह अब तक पेश नहीं हुए हैं। RJD प्रमुख के बेटे एवं बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव एक बार एजेंसी के सामने पेश हो चुके हैं। उन्हें दोबारा इसके सामने पेश होने को कहा गया है।

ये भी पढ़ें- Karpoori Thakur: कौन थे जननायक कर्पूरी ठाकुर? जिन्हें नीतीश कुमार और लालू प्रसाद यादव का माना जाता है गुरु

ऐसी संभावना है कि एजेंसी मामले में पूरक आरोपपत्र दाखिल करेगी। यह कथित घोटाला उस समय का है जब लालू प्रसाद यादव संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (UPA) सरकार के पहले कार्यकाल में रेल मंत्री थे। अधिकारियों के मुताबिक, यह मामला लालू के रेल मंत्री (2004-2009) रहने के दौरान रेलवे के पश्चिम जोन में 'ग्रुप-डी' के पदों पर नियुक्ति से संबंधित है। आरोप है कि नौकरी के बदले RJD प्रमुख के परिवार के सदस्यों या सहयोगियों के नाम पर जमीन ली गई थी।

Akhilesh

Akhilesh

First Published: Jan 29, 2024 10:26 AM

हिंदी में शेयर बाजार स्टॉक मार्केट न्यूज़,  बिजनेस न्यूज़,  पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App  डाउनलोड करें।