Mann Ki Baat: 4 महीने बाद अपने परिवार के बीच फिर आया हूं, एक पेड़ मां के नाम पर जरूर लगाएं - पीएम मोदी
Mann Ki Baat Latest Updates: लोकसभा चुनाव में जीत के बाद पीएम मोदी आज पहली बार 'मन की बात' के जरिए देशवासियों को संबोधित किया। यह इस कार्यक्रम का 111वां एपिसोड है। कार्यक्रम की शुरुआत में PM मोदी ने कहा कि चार महीने बाद आज फिर परिवारजन के बीच हूं। इससे पहले फरवरी में प्रोग्राम हुआ था। आचार संहिता की वजह से कार्यक्रम को रोक दिया गया था
Mann Ki Baat Latest Updates: मन की बात' कार्यक्रम 22 भारतीय भाषाओं में प्रसारित किया जाता है।
लोकसभा चुनाव 2024 के बाद आज (30 जून 2024) पहली बार 'मन की बात' कार्यक्रम का प्रसारण किया गया। नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद मन की बात के जरिए जरिए देशवासियों को संबोधित किया। 'मन की बात' कार्यक्रम का यह 111वां एपिसोड था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज वो दिन आ ही गया। जिसका हम सभी लोग फरवरी से इंतजार कर रहे थे | मैं 'मन की बात' के जरिए एक बार फिर से आपके बीच, अपने परिवारजनों के बीच आया हूं। एक बड़ी प्यारी सी उक्ति है - 'इति विदा पुनर्मिलनाय' इसका अर्थ भी उतना ही प्यारा है, मैं विदा लेता हूं, फिर मिलने के लिए | इसी भाव से मैंने फरवरी में आपसे कहा था कि चुनाव नतीजों के बाद फिर मिलूंगा, और आज, 'मन की बात' के साथ, मैं, आपके बीच फिर हाजिर हो गया हूं।
बता दें कि 'मन की बात' प्रधानमंत्री मोदी का मासिक रेडियो कार्यक्रम है। इसके जरिए पीएम मोदी देश की जनता के साथ महत्वपूर्ण राष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा करते हैं। बीजेपी के नेता अलग-अलग जगहों पर प्रधानमंत्री मोदी की मन की बात कार्यक्रम को सुना।
पीएम मोदी ने चुनाव आयोग को दी बधाई
मन की बात के 111वें संस्करण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "मन की बात' रेडियो प्रोग्राम भले ही कुछ महीने बंद रहा हो लेकिन 'मन की बात' का जो आत्मा है देश में, समाज में, हर दिन अच्छे काम, निस्वार्थ भावना से किए गए काम, समाज पर सकारात्मक असर डालने वाले काम हमेशा चलते रहे | चुनाव की खबरों के बीच निश्चित रूप से मन को छू जाने वाली ऐसी ख़बरों पर आपका ध्यान गया होगा। उन्होंने आगे कहा कि मैं आज देशवासियों को धन्यवाद भी करता हूं कि उन्होंने हमारे संविधान और देश की लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं पर अपना अटूट विश्वास दोहराया है। 24 का चुनाव दुनिया का सबसे बड़ा चुनाव था। दुनिया के किसी भी देश में इतना बड़ा चुनाव कभी नहीं हुआ, जिसमें 65 करोड़ लोगों ने वोट डाले हैं। मैं चुनाव आयोग और मतदान की प्रक्रिया से जुड़े हर व्यक्ति को इसके लिए बधाई देता हूं।
30 जून को हूल दिवस मनाया जाता है – पीएम मोदी
मन की बात के जरिए पीएम मोदी ने कहा कि आज 30 जून का ये दिन बेहद अहम है। इस दिन को हमारे आदिवासी भाई-बहन 'हूल दिवस' के रूप में मनाते हैं। यह दिन वीर सिद्धो-कान्हू के अदम्य साहस से जुड़ा हुआ है। जिन्होंने विदेशी शासकों के अत्याचार का पुरजोर विरोध किया था। वीर सिद्धो-कान्हू ने हज़ारों संथाली साथियों को एकजुट करके अंग्रेज़ों का जी-जान से मुकाबला किया था।
एक पेड़ मां के नाम – पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि इस साल विश्व पर्यावरण दिवस पर एक विशेष अभियान शुरू किया गया है। इस अभियान का नाम है - 'एक पेड़ मां के नाम'। मैंने भी एक पेड़ अपनी मां के नाम लगाया है। मैंने सभी देशवासियों से दुनिया के सभी देशों के लोगों से ये अपील की है कि अपनी मां के साथ मिलकर या उनके नाम पर एक पेड़ जरूर लगाएं। मुझे ये देखकर बहुत खुशी है कि मां की स्मृति में या उनके सम्मान में पेड़ लगाने का अभियान तेजी से आगे बढ़ रहा है।
देश के अलग-अलग इलाकों में नेताओं ने सुनी ‘मन की बात’
रेडियो के मासिक कार्यक्रम ‘मन की बात’ को देश के अलग-अलग इलाकों में बीजेपी के नेता सुनते हुए नजर आए। दिल्ली में केंद्रीय मंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा, दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा और अन्य पार्टी नेता प्रधानमंत्री मोदी के मन की बात कार्यक्रम को सुना। वहीं देहरादून में उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी प्रधानमंत्री मोदी के मन की बात कार्यक्रम को सुनते नजर आए। पंचकूला में हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी मन की बात कार्यक्रम को सुनते हुए नजर आए थे। मध्य प्रदेश के सिहोर में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान और रायपुर में छत्तीसगढ़ के सीएम विष्णु देव साय मन की बात कार्यक्रम सुनते हुए नजर आए।
पीएम मोदी ने किया ओलंपिक का जिक्र
मन की बात कार्यक्रम के जरिए पीएम मोदी ने कहा कि अगले महीने इस समय तक पेरिस ओलंपिक शुरू हो जाएंगे। मुझे विश्वास है कि आप सब भी ओलंपिक खेलों में भारतीय खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाने का इंतजार कर रहे होंगे। मैं भारतीय दल को ओलंपिक खेलों की बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं। हम सबके मन में टोक्यो ओलंपिक की यादें अब भी ताजा हैं। टोक्यो में हमारे खिलाड़ियों के प्रदर्शन ने हर भारतीय का दिल जीत लिया था। टोक्यो ओलंपिक के बाद से ही हमारे एथलीट पेरिस ओलंपिक की तैयारियों में जी-जान से जुटे हुए थे। सभी खिलाड़ियों को मिला दें तो इन सबने करीब 900 अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में हिस्सा लिया है। ये बहुत बड़ी संख्या है।
10वां योग दिवस शानदार तरीके से मनाया गया – पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस महीने पूरी दुनिया ने 10वें योग दिवस को भरपूर उत्साह और उमंग के साथ मनाया। मैं भी जम्मू- कश्मीर के श्रीनगर में आयोजित योग कार्यक्रम में शामिल हुआ था। कश्मीर में युवाओं के साथ-साथ बहनों-बेटियों ने भी योग दिवस में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। जैसे-जैसे योग दिवस का आयोजन आगे बढ़ रहा है, नए-नए रिकॉर्ड बन रहे हैं। दुनिया भर में योग दिवस ने कई शानदार उपलब्धियां हासिल की है।
आंध्र की खास कॉफी का पीएम मोदी ने किया जिक्र
पीएम मोदी ने देशवासियों को एक खास कॉफी के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि भारत के कितने ही प्रोडक्ट्स हैं, जिनकी दुनिया-भर में बहुत डिमांड है। जब हम भारत के किसी लोकल प्रोडक्ट को ग्लोबल होते देखते हैं तो गर्व से भर जाना स्वाभाविक है। ऐसा ही एक प्रोडक्ट है अराकु कॉफी। अराकु कॉफी आंध्र प्रदेश के अल्लुरी सीता राम राजू जिले में बड़ी मात्रा में पैदा होती है। ये अपने रिच फ्लेवर और अरोमा के लिए जानी जाती है।
आकाशवाणी के संस्कृत बुलेटिन के 50 साल पूरे - पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि आज 30 जून को आकाशवाणी के संस्कृत बुलेटिन के 50 साल पूरे हो गे। 50 सालों से लगातार इस बुलेटिन ने कितने ही लोगों को संस्कृत से जोड़े रखा है। मैं ऑल इंडिया रेडियो परिवार को बधाई देता हूं। उन्होंने बताया कि बेंगलुरू में एक पार्क है- कब्बन पार्क। इस पार्क में यहां के लोगों ने एक नई परंपरा शुरू की है। यहां हफ्ते में एक दिन, हर रविवार को बच्चे, युवा और बुजुर्ग आपस में संस्कृत में बातें करते हैं।
केरल के छाते पर पीएम मोदी ने क्या कहा?
प्रधानमंत्री मोदी ने केरल के कार्थुम्बी छाते के बारे में बात की। उन्होंने बताया कि किस तरह से मानसून आने के बाद लोग इसे ढूंढ रहे हैं। केरल के अट्टापडी में कार्थुम्बी छाते तैयार किए जाते हैं। ये रंग-बिरंगे छाते बहुत शानदार होते हैं। इन छातों को आदिवासी बहनें तैयार करती हैं। आज देशभर में इन छातों की मांग हो रही है। इनकी ऑनलाइन बिक्री भी हो रही है।
22 भाषाओं में प्रसारित होता है 'मन की बात'
मन की बात का पहला एपिसोड 3 अक्टूबर 2014 को प्रसारित हुआ था। पहले एपिसोड की टाइम लिमिट 14 मिनट था। जून 2015 में इसे बढ़ाकर 30 मिनट कर दिया गया था। 30 अप्रैल 2023 को मन की बात का 100वां एपिसोड प्रसारित किया गया था। 'मन की बात' कार्यक्रम 22 भारतीय भाषाओं और 29 बोलियों के अलावा फ्रेंच, चीनी, इंडोनेशियाई, तिब्बती, बर्मी, बलूची, अरबी, पश्तू, फारसी सहित 11 विदेशी भाषाओं में प्रसारित किया जाता है। यह कार्यक्रम आकाशवाणी के 500 से अधिक केंद्रों से प्रसारित होता है।