महाराष्ट्र के पालघर जिले के वसई के पास एक लोकल ट्रेन (Mumbai Local Train) की चपेट में आने से पश्चिम रेलवे के तीन कर्मचरियों की दर्दनाक मौत हो गई। पुलिस अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि यह दुखद घटना उस वक्त हुई जब रेलवे कर्मचारी सिग्नल से संबधित समस्या ठीक कर रहे थे। राजकीय रेलवे पुलिस (GRP) के एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना सोमवार रात 8 बजकर 55 मिनट पर वसई रोड और नायगांव स्टेशन के बीच हुई। लोकट ट्रेन चर्चगेट की ओर जा रही थी।
उन्होंने बताया कि मृतकों की पहचान मुख्य सिग्नल निरीक्षक (भायंदर) वासु मित्रा, इलेक्ट्रिकल सिग्नल मेंटेनर (वसई रोड) सोमनाथ उत्तम लाम्बुत्रे और हेल्पर सचिन वानखड़े के रूप में की गई है। ये सभी कर्मचारी पश्चिम रेलवे के मुंबई संभाग के सिग्नल विभाग से थे।
अधिकारी ने बताया कि कर्मचारी कुछ सिग्नल प्वॉइंट को ठीक करने गए थे जो सोमवार शाम को खराब हो गए थे। अधिकारियों ने बताया कि पश्चिम रेलवे ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने बताया कि अधिकारियों ने तीनों मृतकों के परिजनों को तत्काल राहत के तौर पर 55-55 हजार की सहायता राशि प्रदान की है।
इससे पहले पिछले साल अक्टूबर में मुंबई के सेवरी स्टेशन पर एक महिला की लोकल ट्रेन की दो बोगियों के बीच के गैप में गिरने और कुचले जाने से मौत हो गई थी। इसके अलावा अगस्त में मुंबई के सायन स्टेशन पर एक कपल के साथ कथित तौर पर मारपीट के बाद एक व्यक्ति ट्रेन से कट गया था।
अविनाश माने और उसकी पत्नी शीतल माने के साथ झगड़े के बाद 26 वर्षीय व्यक्ति दिनेश राठौड़ का संतुलन बिगड़ गया और वह पटरी पर गिर गया। तभी सामने से आ रही ट्रेन से कुचलकर उसकी मौके पर ही मौत हो गई।