शराबबंदी (Liquor Ban in Bihar) वाले बिहार के सारण में (Spurious Liquor in Saran District) इसुआपुर और मशरक थाना क्षेत्र में कथित तौर पर जहरीली शराब (Toxic Liquor in Bihar) पीने से 17 लोगों की मौत हो गई है। मृतकों के परिजनों का आरोप है कि मौत जहरीली शराब पीने से ही हुई है। बताया जा रहा है कि कई लोग अभी अस्पताल में भी भर्ती हैं। हालांकि, अभी तक इनकी मौत के सही कारण का पता नहीं चला है। पुलिस के तमाम आला अधिकारी इलाके में पहुंचकर जांच में जुट गए हैं। बता दें कि नीतीश कुमार की सरकार ने अप्रैल 2016 में बिहार में शराब की बिक्री और सेवन पर प्रतिबंध लगा दिया था।
पुलिस ने कहा कि कुछ लोग मंगलवार को स्थानीय दुकान पर देर रात तक शराब पीते रहे और घर जाने के बाद वे बीमार पड़ गए। इसके बाद 17 लोगों की मौत हो गई जबकि कुछ अन्य को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उन्होंने कहा कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) के विधायकों ने घटना को लेकर विधानसभा के बाहर विरोध प्रदर्शन किया।
उन्होंने इस घटना में हुई मौतों के लिए पुलिस और अवैध शराब कारोबारियों की साठगांठ को जिम्मेदार ठहराया। पूर्व उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा, “हमने हमेशा शराब पर प्रतिबंध का समर्थन किया है, तब भी जब हमारे विपक्ष में रहते प्रतिबंध का प्रस्ताव पेश किया गया था। लेकिन इसका कार्यान्वयन पूरी तरह से विफल रहा।”
बिहार विधानसभा में शराबबंदी को लेकर मंगलवार को जमकर हंगामा हुआ। शराबबंदी वाले बिहार में बीजेपी ने इस मुद्दे पर नीतीश सरकार पर तीखा हमला बोला। इसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) को विधानसभा में गुस्सा आ गया और वे बीजेपी पर आगबबूला होते नजर आए। हंगामे के दौरान एक मौके पर नीतीश कुमार राज्य विधानसभा में अपना आपा खो बैठे, जब विपक्ष के नेता विजय कुमार सिन्हा ने जहरीली शराब से हुई मौतों के मद्देनजर राज्य सरकार के शराबबंदी पर सवाल उठाया। नीतीश कुमार ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि आप सभी पहले शराबबंदी के पक्ष में थे। अब क्या हो गया है?
नीतीश ने कहा कि जब शराबबंदी की घोषणा की थी तो सबलोग इस फैसले के साथ थे। नीतीश कुमार ने विपक्ष यानी बीजेपी के सदस्यों की तरफ इशारा करते हुए कहा, “तुम शराब के पक्ष में बोल रहे हो? शराबी हो क्या तुमलोग? आज जो कर रहे हो इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा? आज साथ नहीं हो, पहले क्या बोलते थे।” इस बीच विधानसभा में विपक्ष की तरफ से लगातार शोर होता रहा और नीतीश कुमार गुस्से में बोलते रहे। सदन में विपक्ष के नेता और बीजेपी विधायक विजय सिन्हा ने आरोप लगाया है कि सदन में मुख्यमंत्री का व्यवहार लोकतांत्रिक नहीं है।
उन्होंने आरोप लगाया है कि उन्हें बोलने नहीं दिया गया और जो बात उठाई उसे सदन के रिकॉर्ड निकालने को कहा। बीजेपी ने इस मुद्दे पर नीतीश कुमार को अपने व्यवहार के लिए माफी मांगनी होगी नहीं तो सदन नहीं चलने दिया जाएगा। इस बीच, लोक जनशक्ति पार्टी के नेता और सांसद चिराग पासवान नीतीश कुमार के गुस्से वाला का वीडियो शेयर करते हुए लिखा है, ''मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी, आपके राजनीतिक पतन का कारण बनेगी शराबबंदी।''