ऐसे समय में जब ओमीक्रोन (Omicron Variant) के बारे में हर दिन नई जानकारी और उससे जुड़े जोखिम सामने आ रहे हैं, असम के डिब्रूगढ़ में इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) की रीजनल मेडिकल रिसर्च सेंटर (RMRC) एक ऐसे टेस्टिंग किट लेकर आई है, जो नए Covid-19 वेरिएंट का केवल दो घंटे में पता लगा सकती है।
यह उन यात्रियों के लिए एक बड़ी राहत हो सकती है, जो नए वेरिएंट की जांच के लिए नए प्रतिबंध लगाए जाने के बाद एयरपोर्ट पर टेस्ट रिपोर्ट के लिए वेटिंग टाइम बढ़ जाने के कारण काफी पेरशानियों का सामने कर रहे हैं। ICMR डिब्रूगढ़ की टीम 24 नवंबर से इस किट पर काम कर रही थी।
उन्होंने Covid-19 मरीजों के 1,000 से ज्यादा सैंपल के साथ इस किट का परीक्षण और स्कैन किया है, जिनमें कुछ दूसरे राज्यों के सैंपल भी शामिल हैं, जिनमें ओमीक्रोन का पता चला था।
वर्तमान में, इस टेस्टिंग किट का लाइसेंसिंग प्रोसेस चल रहा है और अगले हफ्ते से इसके लैब के लिए उपलब्ध होने की उम्मीद है। इस टीम का नेतृत्व RMRC-ICMR, डिब्रूगढ़ के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. बिश्वजीत बोरकाकोटी कर रहे हैं।
डॉ. बिश्वजीत बोरकाकोटी ने कहा, 'ICMR-RMRC डिब्रूगढ़ ने नए Omicron वेरिएंट (B.1.1.529) SARS-CoV-2 (COVID-19) का पता लगाने के लिए हाइड्रोलिसिस टेस्ट-बेस्ड रीयल-टाइम RT-PCR परख को डिज़ाइन और विकसित किया है, जो नए वेरिएंट का 2 घंटे के भीतर पता लगा सकता है।'
ICMR-RMRC डिब्रूगढ़ द्वारा विकसित किट का प्रोडक्शन अब भारत में निर्मित 100 प्रतिशत, कोलकाता की एक कंपनी, GCC बायोटेक की तरफ से पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) मॉडल पर थोक आधार पर किया जा रहा है।
टेस्ट किट का इस्तेमाल उन लैब में किया जाना है, जिनमें RT-PCR सुविधा है, लेकिन यह एंटी-जेन टेस्ट किट की तरह ऑन-साइट टेस्ट किट नहीं है।
दिल्ली, राजस्थान, महाराष्ट्र, कर्नाटक और गुजरात सहित कई राज्यों में नए COVID-19 वेरिएंट के नए केस सामने आए हैं, जिसके बाद देश में ओमीक्रोन केस की कुल संख्या 35 हो गई है।