PM Kisan Samman Nidhi: देश में ज्यादातर किसानों की आर्थिक स्थिति बेहतर नहीं है। बहुत से ऐसे किसान हैं जिन्हें फसल का नुकसान झेलना पड़ता है। ऐसे में केंद्र सरकार किसानों को आर्थिक मदद पहुंचाने के मकसद से कई योजनाएं चलाती है। इसी तरह की एक योजना का नाम प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan Yojana) है। इस निधि के 12 किश्तों में किसानों को पैसे दिए जा चुके हैं। देश के करोड़ों किसान 13वीं किश्त का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। कहा जा रहा है कि किसानों को अगले महीने यानी जनवरी महीने में 13वीं किश्त जारी की जा सकती है।
बता दें कि पीएम किसान सम्मान निधि के तहत किसानों को हर साल 6000 रुपये मुहैया कराए जाते हैं। किसानों को ये पैसे 3 किश्तों में दिए जाते हैं। हर एक किश्त में 2,000 रुपये मिलते हैं। 4 महीने में एक बार किश्त मिलती है। साल 2018 में इस योजना की शुरुआत की गई थी।
लाभार्थी लिस्ट से कट सकता है नाम
इन दिनों पीएम किसान योजना से लाभ हासिल करने वाले किसानों का वेरिफिकेशन चल रहा है। इस स्कीम से कई लोगों ने गलत तरीके से लाभ लिया है। जिनकी पहचान करके उनका नाम हटाया जा रहा है। किसी वजह से आपका नाम भी बाहर ना हो जाए, इसलिए समय पर ई-केवाईसी और लैंड रिकॉर्ड्स का वेरिफिकेशन जरूर करा लेना चाहिए। इसके साथ ही लाभार्थी लिस्ट में अपना नाम चेक करते रहना चाहिए। दरअसल, 12वीं किश्त के दौरान कई किसानों के नाम काटे गए थे। सिर्फ उत्तर प्रदेश से ही 21 लाख किसानों के नाम लिस्ट से हटाए गए थे। पीएम किसान सम्मान निधि से 8 करोड़ से ज्यादा किसान जुड़े हुए हैं।
लिस्ट में ऐसे चेक करें अपना नाम
नए साल में 13वीं किस्त के 2,000 रुपये भी मिल जाएंगे। लेकिन इससे पहले लाभार्थी लिस्ट में अपना नाम चेक करते रहें। pmkisan.gov.in पोर्टल पर किसानों के नाम और स्टेटस अपडेट किया गया है। किसान चाहें तो अपना मोबाइल नंबर या रजिस्ट्रेशन नंबर डालकर बेहद आसान प्रोसेस के जरिए आप अपना नाम और लाभार्थी स्टेटस जान सकते हैं। इसके लिए आपको आधिकारिक वेबसाइट पर विजिट करना होगा। फिर फार्मर कॉर्नर पर क्लिक करें। यहां बेनेफिशियरी लिस्ट में अपना नाम चेक करें। पहले ये चेक करें ई-केवाईसी और लैंड डिटेल पूरी भरी हुई है। अगर आपके पीएम किसान योजना के स्टेटस के आगे यस लिखा है तो आप समझ लिजिए कि आपके अकाउंट में 13वीं किश्त के पैसे आएंगे। वहीं अगर इनमें से किसी भी जगह नो लिखा है तो आपकी किश्त रुक सकती है।
इन लोगों को नहीं मिलेंगे 2,000 रुपये
अगर कोई किसान खेती करता है। लेकिन वह खेत उसके नाम न होकर उसके पिता या दादा के नाम है। तब उसे 6000 रुपये सालाना का लाभ नहीं मिलेगा। वह जमीन किसान के नाम होनी चाहिए। वहीं अगर कोई किसान या परिवार में कोई संवैधानिक पद पर है तो उसे लाभ नहीं मिलेगा। इतना ही नहीं डॉक्टर, इंजीनियर, सीए, आर्किटेक्ट्स और वकील जैसे प्रोफेशनल्स को भी योजना का लाभ नहीं मिलेगा। भले ही वो किसानी भी करते हों। इसके साथ ही 10,000 रुपये से अधिक की मासिक पेंशन पाने वाले रिटायर्ट कर्मचारियों को भी इसका फायदा नहीं मिलेगा।