PM Modi West Bengal Visit: देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज (6 मार्च 2024) पश्चिम बंगाल को बड़ी सौगात दी। पीएम मोदी पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में देश के पहले अंडरवाटर मेट्रो सेक्शन का उद्घाटन किया। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कवि सुभाष मेट्रो, माझेरहाट मेट्रो, कोच्चि मेट्रो, आगरा मेट्रो, मेरठ-आरआरटीएस सेक्शन, पुणे मेट्रो, एस्प्लेनेड मेट्रो-कोलकाता से मेट्रो रेलवे सेवाओं को हरी झंडी दिखाई। पानी के अंदर बनी मेट्रो सुरंग इंजीनियरिंग की एक शानदार उपलब्धि है। यह हुगली नदी के नीचे 16.6 किलोमीटर लंबी है।
अंडरवाटर मेट्रो हुगली के पश्चिमी तट पर स्थित हावड़ा को पूर्वी तट पर साल्ट लेक शहर से जोड़ेगी। इसमें 6 स्टेशन बनाए गए हैं। जिनमें से तीन अंडरग्राउंड हैं। पीएम मोदी जब स मेट्रो का उद्घाटन कर देंगे। तब इसे आम जनता के लिए खोल दिया जाएगा। हावड़ा मैदान-एस्प्लेनेड मेट्रो खंड पर ‘भारत में किसी भी नदी’ के नीचे बनने वाली पहली परिवहन सुरंग है।
पीएम मोदी ने मेट्रो में किया सफर
पश्चिम बंगाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोलकाता में भारत की पहली अंडरवॉटर मेट्रो रेल में सवार हुए। इस दौरान उन्होंने छात्रों के साथ बातचीत भी की। मेट्रो रेल के मुताबिक, इस कॉरिडोर की पहचान 1971 में शहर के मास्टर प्लान में की गई थी। मेट्रो रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कौशिक मित्रा ने कहा कि हावड़ा और कोलकाता, पश्चिम बंगाल के दो सदियों पुराने ऐतिहासिक शहर हैं। यह सुरंग हुगली नदी के नीचे से इन दोनों शहरों को जोड़ेगी। कोलकाता मेट्रो का हावड़ा मैदान-एस्प्लेनेड सेक्शन बेहद खास है। इसकी वजह ये है कि इस सेक्शन में ट्रेन पानी के अंदर दौड़ेगी। वहीं हावड़ा मेट्रो स्टेशन भारत का सबसे गहरा स्टेशन है। अप्रैल 2023 में कोलकाता मेट्रो ने ट्रायल के तौर पर हुगली नदी के नीचे टनल के माध्यम से ट्रेन दौड़ाकर इतिहास रचा। ऐसा भारत में पहली बार हुआ। वहीं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के बारासात में बुधवार को एक रैली को भी संबोधित करेंगे।
कई फेज में चला कोलकाता मेट्रो का काम
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा था कि कोलकाता मेट्रो पर काम 1970 के दशक में शुरू हुआ था। लेकिन मोदी सरकार के पिछले 10 सालों में हुई प्रगति उससे पहले के 40 सालों के मुकाबले काफी ज्यादा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का ध्यान बुनियादी ढांचा तैयार करने और देश के लिए नींव तैयार करने पर है। ताकि भारत को साल 20247 तक विकसित देश बनाया जा सके। कोलकाता मेट्रो का काम कई चरणों में आगे बढ़ा। मौजूदा चरण में शहर के ईस्ट-वेस्ट मेट्रो कॉरिडोर के लिए नदी के नीचे सुरंग बनाई गई है।